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सरायपाली की पंजीयक पुष्पलता बेग को रिश्वत लेते हुए ACB के अधिकारियों ने किया गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के सरायपाली की पंजीयक पुष्पलता बेग को रिश्वत लेते हुए ACB के अधिकारियों ने किया गिरफ्तार
भ्रष्टाचार पर ACB की सख्त नजर
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सरायपाली में एक बड़ी घटना सामने आई है, जहां पंजीयक पुष्पलता बेग को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के अधिकारियों ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई।
घटना का विवरण:
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुष्पलता बेग पर आरोप था कि वह सरायपाली में भूमि पंजीकरण संबंधी कार्यों के लिए रिश्वत की मांग कर रही थीं। शिकायतकर्ता ने ACB को इसकी सूचना दी, जिसके बाद ACB अधिकारियों ने जाल बिछाकर पंजीयक को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा। पुष्पलता बेग एक निश्चित राशि की रिश्वत मांग रही थीं, जिसे ACB अधिकारियों ने पहले से तय योजना के तहत प्रमाणित किया और पुष्पलता को गिरफ्तार कर लिया।
ACB की कार्रवाई:
ACB की टीम ने योजना के अनुसार शिकायतकर्ता को रिश्वत की राशि देने के लिए भेजा। जैसे ही पुष्पलता बेग ने रिश्वत ली, वैसे ही ACB की टीम ने उन्हें मौके पर गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
NOTE
आवेदक ने अग्रिम जमानत के लिए यह आवेदन प्रस्तुत किया है, क्योंकि उसे पुलिस स्टेशन एंटी करप्शन ब्यूरो, रायपुर सी.जी. में धारा 13(1) बी और 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत दंडनीय अपराधों के लिए पंजीकृत अपराध संख्या 04/2018 के संबंध में अपनी गिरफ्तारी की आशंका है।
पुष्पलता बेग का पद और कद:
पुष्पलता बेग सरायपाली में पंजीयक के पद पर तैनात थीं, और उनका काम भूमि संबंधित पंजीकरण कार्यों को निपटाना था। यह भी बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली थीं, लेकिन यह पहली बार है जब उन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया है।
आगे की कार्रवाई:
ACB अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि पुष्पलता बेग के खिलाफ और भी कई आरोप हो सकते हैं, जिन्हें जांच के दौरान सामने लाया जाएगा। ACB यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके साथ कोई अन्य सरकारी कर्मचारी इस भ्रष्टाचार में शामिल तो नहीं था।
भ्रष्टाचार पर ACB की सख्त नजर:
छत्तीसगढ़ में ACB लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पिछले कुछ महीनों में कई सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। ACB का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, और किसी भी सरकारी अधिकारी को कानून का उल्लंघन करने पर बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश है और यह दर्शाती है कि सरकार और ACB भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।
MCRCA No. 1052 of 2019 & MCRCA No. 1155 of 2019 NAFR HIGH COURT OF CHHATTISGARH, BILASPUR MCRCA No. 1052 of 2019 Smt. Lily Pushplata Beck W/o Late Shri I. Beck Aged About 46 Years Posted As Sub-Registrar, Office Of District Registrar, Durg, Presently Posted As Sub-Registrar Office Of District Registrar Rajnandgaon, District Rajnandgaon, R/o Vijeta Complex, New Rajendra Nagar, Raipur, District Raipur Chhattisgarh. ---- Applicant Versus State Of Chhattisgarh Through Anti Curruption Bureau Raipur Chhattisgarh. ---- Respondent
Applicant in MCrCA No.1052/2019 - Smt. Lily Pushplata Beck was working as the Sub-Registrar whereas applicants in MCrCA No.1155/2019 - Devendra Sonwane and Himanshu Yadav are the purchasers of the subject property which was allegedly purchased by them by paying deficit stamp duty. It is alleged that the applicants have caused financial loss to the State Government to the tune of ₹ 6,78,500/- and thus committed offence under the provisions of the Prevention of Corruption Act, 1988.
उल्लेखनीय है कि 2012-13 में राजिम में नियुक्ति के समय भी उप पंजीयक रहते हुए श्रीमती पुष्प लता बैक पर रिश्वत लेने का स्टिंग प्रमाण होने पर सस्पेंड किया जा चुका है |RELATED NEWS
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