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भारत में सिखों की आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है श्रीहरमंदिर साहिब - स्वर्ण मंदिर, यह वह जगह है जहां 24 घंटे लंगर चलता है और दुनिया भर के सभी धर्मों को मानने वाले लोग यहां आकर लंगर को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करते हैं, लेकिन यहां अपनी तरह का शायद पहला ऐसा मामला सामने आया है, स्वर्ण मंदिर के लंगर की सूखी और जूठी रोटियों की नीलामी में गड़बड़ी का, जिसे लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का फ्लाइंग स्क्वायड जांच कर रहा है. आपको बता दें कि अप्रैल 2019 से दिसंबर 2022 तक सूखी व जूठी रोटियों की नीलामी में गड़बड़ी की बात सामने आई है.
बताया जाता है कि SGPC के फ्लाइंग स्क्वायड की तरफ से जब जांच शुरू की गई थी तो सूखी व जूठी रोटियों के अलावा सफाई के बाद बची सामग्री और धान आदि की बिक्री में 62 लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आई थी, लेकिन अब ये गड़बड़ी एक करोड़ से ऊपर पहुंच गई है.
कैसे हुआ कथित घोटाला या गड़बड़ी?
दरअसल श्री हरमंदिर साहिब या स्वर्ण मंदिर के लंगर में रोजाना बड़ी मात्रा में रोटियां बच जाती हैं, जिनमें जूठी और सूखी दोनों तरह की रोटियां होती हैं, जिन्हें एक जगह स्टोर किया जाता है और इनकी बिक्री के लिए टेंडर निकाला जाता है. बताया जा रहा है कि अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलीभगत कर तय शर्तों को नजरअंदाज कर टेंडर दिए और हेराफेरी कर टेंडर की रकम में बदलाव कर भ्रष्टाचार किया.एसजीपीसी यानी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहा कि 2019 में लंगर गुरु राम दास जी में हुई प्रबंधकी बेनियमी का सच लोगों के सामने रखा जाएगा. इसकी जांच जारी है, जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कारवाई होगी. किसी भी ऐसे मामले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. लंगर में हुई प्रबंध की बेनियमी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की फ्लाइंग विभाग की टीम ने ढूंढी है और इसकी मुकम्मल जांच करवाई जा रही है.
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हिंसा से कुछ नहीं होने वाला है - Rahul Gandhi 30-Jun-2023
हिंसा से कुछ नहीं होने वाला है - प्रदेशवासियों से अपील है कि हमें शांति की ओर चलने की ज़रूरत है। मणिपुर को जोड़ने के लिए, अमन के लिए, मैं हर मदद करने को तैयार हूं!
हिंसा से कुछ नहीं होने वाला है - प्रदेशवासियों से अपील है कि हमें शांति की ओर चलने की ज़रूरत है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 30, 2023
मणिपुर को जोड़ने के लिए, अमन के लिए, मैं हर मदद करने को तैयार हूं! pic.twitter.com/Z87yvQbTRY -
जनता की कमाई पर भाजपाई लूट हावी - Congress 30-Jun-2023
बहुत हुई महँगाई की मार” ये नारा दिया गया था… झूठ की बिसात बिछाकर जनता से “अच्छे दिन आने वाले है” का केवल छल किया गया। परिणाम ये है कि - पिछले 9 सालों से जनता की थाली, केवल महँगाई की आग में झुलस रही है। खान-पान की ज़रूरत की चीजों के दामों में कोई कमी नहीं आई है और बहुत हुई महँगाई की मार” ये नारा दिया गया था… झूठ की बिसात बिछाकर जनता से “अच्छे दिन आने वाले है” का केवल छल किया गया। परिणाम ये है कि - पिछले 9 सालों से जनता की थाली, केवल महँगाई की आग में झुलस रही है। खान-पान की ज़रूरत की चीजों के दामों में कोई कमी नहीं आई है और जनता की कमाई पर भाजपाई लूट हावी है। महँगाई को लेकर मोदी जी के मंत्रीगण नित नए बहाने बनाते हैं और जनता की ख़ाली होती थाली में झूठ और प्रोपेगेंडा परोसते जाते हैं। कुछ Eco-System के पहरेदार तो ये भी गिनवाते हैं कि —
“महँगाई हमारे लिए कैसे अच्छी है”
“मोदी जी ने किया होगा तो कुछ सोच समझकर ही किया होगा” ऐसे Goebbels प्रेरित व्याख्यान से जनता को बरगलाते है ! पर अब जनता जागरूक हो रही है। जनता जान चुकी है कि जानलेवा महँगाई की असली प्रायोजक केवल मोदी सरकार ही है ! है। महँगाई को लेकर मोदी जी के मंत्रीगण नित नए बहाने बनाते हैं और जनता की ख़ाली होती थाली में झूठ और प्रोपेगेंडा परोसते जाते हैं। कुछ Eco-System के पहरेदार तो ये भी गिनवाते हैं कि —
“महँगाई हमारे लिए कैसे अच्छी है”
“मोदी जी ने किया होगा तो कुछ सोच समझकर ही किया होगा” ऐसे Goebbels प्रेरित व्याख्यान से जनता को बरगलाते है ! पर अब जनता जागरूक हो रही है। जनता जान चुकी है कि जानलेवा महँगाई की असली प्रायोजक केवल मोदी सरकार ही है !
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मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा कार्यकर्ताओं से हो रहे रूबरू 27-Jun-2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भोपाल से पूरे देश के 10 लाख भाजपा कार्यकर्ताओं से रूबरू हो रहे हैं | मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई लंबा भाषण नहीं दिया और कार्यकर्ताओं के सवालों का प्रत्यक्ष जवाब दे रहे हैं | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनके सवालों का तो जवाब दे ही रहे हैं साथ ही भारतीय जनता पार्टी के प्रचार प्रसार के तरीके भी बता रहे हैं |
भोपाल में आयोजित 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' कार्यक्रम, हमारे कर्मठ कार्यकर्ताओं के राष्ट्र निर्माण के संकल्प को नई ऊर्जा प्रदान करेगा। https://t.co/70fv89nrtl
— Narendra Modi (@narendramodi) June 27, 2023 -
देश को मिली 5 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, PM मोदी ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से दिखाई हरी झंडी 27-Jun-2023
एक दिन में पांच (वंदे भारत) ट्रेनों का उद्घाटन
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. इसके साथ ही गोवा और झारखंड को वंदे भारत ट्रेनों की पहली जोड़ी मिलने के साथ, भारत भर के सभी राज्य जो रेल-विद्युतीकृत हैं, अब इन सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों से जुड़ गए हैं.
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा यह पहली बार है कि एक दिन में पांच (वंदे भारत) ट्रेनों का उद्घाटन किया जा रहा है. इन ट्रेनों के साथ, रेल-विद्युतीकृत सभी राज्यों में कम से कम एक जोड़ी वंदे भारत है.’ जबकि शेष भारत वंदे भारत ट्रेन से जुड़ा हुआ है, असम को छोड़कर, उत्तर पूर्व भारत को अभी तक ये ट्रेनें नहीं मिली हैं, जहां वंदे भारत की एक जोड़ी चालू है.
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इंटरनेशनल योगा दिवस के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में योग को नए स्वरूप में पेश किया गया | राजधानी की अनेक महिलाओं ने योग दिवस पर योगा इंस्ट्रक्टर के नेतृत्व में योग को एक नया आयाम उपलब्ध कराया | महिलाओं ने स्विमिंग पूल में पानी के अंदर जल योगा कर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस सेलिब्रेट किया | योगा टीचर ने जल योगा के बहुत से फ़ायदे बताते हुए कहा कि जेल योग से घुटने, पैर, पीठ, एड़ी के ओएस्टियो आर्थराइटिस के साथ साथ शरीर के ठंडक के लिए, बॉडी बैलेंसिंग , एंजाइटी, डिप्रेशन जैसी लक्षण से लाभ मिलता है | योगा की उत्पत्ति सबसे पहले भारत में हुई थी , जो अब पूरे देश विदेश में फिटनेस के लिये प्रयोग में लाया जाता है, इसके साथ साथ इसके और भी कई रूप निकल कर सामने आ रहे है जैसे पॉवर योगा, विन्यासा , हाथा , हॉट योगा और अब जल योगा | CG 24 News - Singhotra
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प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के जांच की न्यायालय ने दी अनुमति - सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट के माध्यम से दी जानकारी 21-Jun-2023माननीय उच्च न्यायालय ने जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों के गबन के प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच की अनुमति दे दी है। नार्को टेस्ट में प्रमुख अभियुक्तों में से एक उमेश सिन्हा ने बताया था कि उसने तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके मंत्रियों अमर अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल व रामविचार नेताम सहित कई भाजपा नेताओं को करोड़ों रुपए दिए थे। बैंक संचालकों सहित कई अन्य लोगों को भी पैसे दिए गए। भ्रष्टाचार उजागर होना चाहिए। दोषियों को सज़ा मिलनी ही चाहिए।
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मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा के शुभारंभ के अवसर पर की पूजा-अर्चना
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आयुष्मान कार्ड पजीयन के लिए 3 दिवसीय महाअभियान 16-Jun-2023ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान कार्ड पंजीयन के लिए 3 दिवसीय महाअभियान19 से 21 जून तक ग्राम और पंचायत वार आयुष्मान कार्ड का होगा पंजीयन
रायपुर 15 जून 2023/ रायपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 19 जून से 31 जून तक आयुष्मान कार्ड पजीयन के लिए 3 दिवसीय महाअभियान चलाया जाएगा। इस दौरान छूटे हुए पात्र राशनकार्ड हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड का पंजीयन किया जाएगा।
इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अविनाश मिश्रा ने बताया कि सभी जनपद मे ग्राम वार, पंचायत वार शिविर लगा कर और घर-घर जाकर छुटे पात्र राशनकार्ड धारी हितग्राही का आयुष्मान कार्ड का पंजीयन किया जाएगा। इस संबंध में श्री मिश्रा ने सभी जनपद सीईओ को कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिए हैं। साथ ही आयुष्मान पंजीयन हेतु ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन च्वाईस सेन्टर इत्यादि की ड्युटी लगाये जाने हेतु कहा गया हैं। उल्लेखनीय है कि जिला रायपुर में 20 लाख 92 हजार कुल राशनकार्डधारी सदस्यों के विरूद्ध 14 लाख 40 हजार सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है, एवं अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में 2 लाख 75 हजार एवं शहरी क्षेत्रों में 3 लाख 76 हजार सदस्य आयुष्मान कार्ड बनाने से छुटे हुए है।
जिला पंचायत द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार च्वॉइस सेंटर संचालकों द्वारा वर्तमान में जिला रायपुर अंतर्गत छूटे समस्त पात्र हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड पंजीयन शिविर लगाकर निःशुल्क आयुष्मान कार्ड पंजीयन किया जा रहा हैं।
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड एवं आधार कार्ड लेकर आना आवश्यक है। परिवार के समस्त सदस्यों का अलग-अलग आयुष्मान भारत कार्ड बनाया जावेगा अतः परिवार के समस्त सदस्यों के साथ अपने क्षेत्र के ग्राम पंचायत भवन, नजदीकी च्वॉईस सेंटर एवं समस्त शासकीय अस्पताल में जाकर आयुष्मान भारत कार्ड बनवा सकते हैं। साथ ही ऐसे हितग्राही जिनका आधार कार्ड अपडेट नहीं हुआ हैं, उनके परिजनों से अनुरोध किया गया हैं, कि आधार कार्ड अपडेट करवाने हेतु वर्तमान मोबाईल नम्बर, अंगूठे का निशान एवं वर्तमान फोटो इत्यादि के द्वारा नजदीकी च्वॉइस सेंटर में जाकर तुरंत आधार कार्ड अपडेट कराएं जिससे भविष्य में आयुष्मान कार्ड
का पंजीयन किया जा सके। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत पात्र बी०पी०एल० परिवारों को रू. 5 लाख एवं शेष परिवार अर्थात् ए०पी०एल० परिवारों को डॉ० खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत 50 हजार रूपये तक का लाभ योजना के दिशा-निर्देशानुसार योजनांतर्गत पंजीकृत किसी भी शासकीय एवं निजी चिकित्सालय में आयुष्मान कार्ड द्वारा निःशुल्क ईलाज का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। -
बिलासपुर-छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में वर्ष 2012-13 में सिम्स में भर्ती घोटाला उजागर हुआ था, तब स्थानीय प्रशासन से लेकर SIT जांच कराई गई। इसके बाद लोकायोग और हाईकोर्ट तक मामला पहुंचा। फिर भी स्वास्थ्य विभाग इस गड़बड़ी को लेकर कोई नतीजे पर नहीं पहुंच पाया। उस समय विपक्ष में रहते हुए वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने फर्जी नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए थे। अब 8 साल बाद इन दागी कर्मचारियों को नियमित कर दिया गया। CIMS में उस समय तकरीबन 400 सौ कर्मचारियों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ था, जो कर्मचारी आज भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भर्ती घोटाले की फाइल कांग्रेस सरकार में दब गई और सिम्स प्रशासन की मनमानी बढ़ गई जिसका नतीजा अब प्रमोशन घोटाले के रूप में सामने आ रहा है । यहां पर भी सिम्स प्रशासन के करीबी लोगों को प्रमोशन देने की सूची बनाई जा चुकी है लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिरकार किस माप दंड के अनुसार उन कर्मचारियों को प्रमोशन दिया जा रहा है । या केवल रसूखदार व करीबियों को ही प्रमोशन देना सिम्स की प्राथमिकता है क्योंकि सिम्स प्रशासन को किसी का भय नही स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर कर्मचारियों तक मनमाना रवैया चल रहा है। जब प्रमोशन की खबर हमे लगी तो हमने जानना चाहा कि किस आधार पर प्रमोशन की प्रक्रिया सिम्स प्रबंधन अपना रही तो नीरज सेन्डे संयुक्त संचालक एंव अधीक्षक का जबाब सुनकर हम भी हैरान रह गए । उनका जबाब था कि वर्ष 2013-14 में भर्ती के समय लिखित परीक्षा ली गई थी उसी के आधार पर प्रमोशन प्रक्रिया की जा रही है । मामले को और समझने के लिए हमने कई वार्ड बॉय व वार्ड आया से चर्चा की लेकिन उन्होंने हमें बताया कि परीक्षा तो हुई थी लेकिन उसका परिणाम क्या था कितने अंक मिले या किसी भी प्रकार का कोई परीक्षाफल सिम्स द्वारा न तो हमे बताया गया न ही किसी पटल पर चस्पा किया गया हमे कुछ पता नही तो फिर किस परीक्षा के आधार पर प्रमोशन लिस्ट बन रही समझ से परे है। ऐसे हुआ था भर्ती घोटाला *ऐसे हुआ था भर्ती घोटाला और इसी तर्ज पर अब प्रमोशन घोटाले की तैयारी में सिम्स* CIMS में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के करीब 400 पदों पर भर्ती के लिए प्रबंधन ने वर्ष 2012-13 में विज्ञापन जारी किया था। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद पता चला कि डॉक्टरों ने अपने ही घर में काम करने वाले प्राइवेट कर्मचारियों के साथ ही अनुभव व अयोग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति कर दी। यह भी पता चला कि चयनित अभ्यर्थियों के पास योग्यतानुसार प्रमाणपत्र भी उपलब्ध नहीं थे। यही नहीं विज्ञापन की प्रक्रिया में भाग नहीं लेने वाले उम्मीदवारों का भी चयन कर लिया गया। दरअसल, यह मामला तब सामने आया, जब संविदा में काम कर रहे स्टॉफ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। तब उन्होंने सूचना के अधिकार कानून के तहत भर्ती प्रक्रिया के दस्तावेज जुटाए। फर्जीवाड़ा सामने आने पर इस मामले की शिकायत हुई। उस समय तत्कालीन एडिशनल कलेक्टर नीलकंठ टेकाम के नेतृत्व में जांच कमेटी बनी। उनके जांच प्रतिवेदन में भी भर्ती में अनियमितता बरतने की बात सामने आई। लेकिन, उनकी जांच रिपोर्ट की फाइल की दबा दी गई। इधर, शिकायतकर्ताओं ने आला अधिकारियों के बाद लोकायोग से भी शिकायत की। लोकायोग जांच में भी गड़बड़ी की पुष्टि करते हुए शासन को SIT जांच कराने की अनुशंसा की गई। दूसरी तरफ चयनित उम्मीदवारों ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। इसके चलते मामले की जांच व फाइल भी दबी रह गई। हाईकोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद मामले में शासन को नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद भी गड़बड़ी की फाइल दबी की दबी रह गई। इधर, सिम्स के स्टॉफ ने अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया। करीब दो माह तक उनका आंदोलन चला। उनके दबाव में आकर शासन ने डीन तृप्ति नागरिया को हटाकर डॉ. केके सहारे को डीन की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने आंदोलनरत स्टॉफ को नियमित करने का भरोसा दिलाया और आंदोलन समाप्त करा दिया। इसके साथ ही उनके नियमितीकरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। टीएस सिंहदेव ने नेता प्रतिपक्ष रहते उठाए सवाल जब CIMS में भर्ती घोटाला सामने आने पर तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष व वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्विट किया था कि जब भर्ती प्रक्रिया की रिकार्ड ही गायब कर दी गई है तो अब जांच कराने का क्या मतलब, उन्होंने भर्ती में गड़बड़ी करने वालों पर सरकार का संरक्षण होने का भी आरोप लगाया था। लेकिन, जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी, तब इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और SIT जांच की फाइल भी दबा दी गई। मन्नू मानिकपुरी संवाददाता बिलासपुर
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*पूर्व रमन सरकार में 1 लाख करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ - कांग्रेस* *पूर्व रमन सरकार ने हर विभाग हर योजना में करोड़ों का घोटाला किया* रायपुर/14 जनवरी 2023। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पूर्व रमन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 15 साल के भाजपा सरकार के दौरान प्रदेश में 1 लाख करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ है। हर विभाग, हर योजना में वित्तीय गड़बड़ियां किया गया। 20 लाख फर्जी राशन कार्ड और चावल की बोरी में वजन कम करके किया गया 36 हजार करोड़ का नान घोटाला सबसे बड़ा घोटाला है। 4400 करोड़ का शराब घोटाला, 1677 करोड़ का गौशाला अनुदान घोटाला, 5 हजार करोड़ का मोबाईल घोटाला, 6400 करोड़ का ई-टेंडरिंग घोटाला, सरस्वती सायकल योजना, स्कूल ड्रेस खरीदी घोटाला, दवा खरीदी घोटाला, परिवहन घोटाला, अगुस्ता हेलीकाफ्टर खरीदी घोटाला, डीकेएस अस्पताल घोटाला, पनामा पेपर्स घोटाला, चरणपादुका खरीदी घोटाला, तेंदूपत्ता बोनस एवं बीमा घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, अमृत नमक योजना में घोटाला, चना, गुड़ वितरण में घोटाला, रसायनिक खादों में घोटाला, कृषि यंत्रों के खरीदी में घोटाला, बारदाना खरीदी घोटाला, धान परिवहन घोटाला, 170 करोड़ रुपए का मच्छरदानी खरीदी घोटाला, स्काईवॉक, एक्सप्रेस-वे, पुल-पुलिया, सड़क निर्माण में घोटाला, पशु चारा घोटाला, मुर्गी दाना घोटाला, मछली पालन घोटाला, परिवहन विभाग में घोटाला, आबकारी विभाग में घोटाला, चिकित्सक की उपकरण खरीदी घोटाला, वन विभाग में घोटाला, दिव्यांग जनों के नाम से 1000 करोड़ का घोटाला, आदिवासी बच्चों को हॉस्टल में बर्तन देने के नाम से घोटाला सहित अनेक घोटाले हैं जो 15 साल के रमन सरकार के घोटालों के इतिहास के साक्षी हैं और इन्हीं घोटालों के कारण डॉ रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता भ्रष्टाचार के अंतर्राष्ट्रीय पितामह कहती है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के चलते ही भाजपा के रायगढ़ कार्यसमिति की बैठक में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को कहना पड़ा था कि 1 साल के लिए कमीशनखोरी बंद कर दिया जाए तो 30 सालों तक छत्तीसगढ़ को लूटा जा सकता है। रमन सरकार बनने के बाद उनके सहयोगी जो मंत्री थे जिनके पास मोटरसाइकिल में पेट्रोल डालने का पैसा नहीं होता था, 15 साल में बड़े-बड़े मॉल, रेस्टोरेंट, जमीन और लग्जरी कारों में घूमने लगे हैं। कई हजार एकड़ सरकारी जमीनों पर भाजपा नेताओं ने कब्जा कर लिया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सरकार के दौरान घोटाले हुए हैं उनका प्रमाण 2008 एवं 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों के द्वारा निर्वाचन कार्यालय को दी गई शपथ पत्र है। 2008 में जो भाजपा नेताओं के खुद के पास पांच से दस लाख रुपया होने का शपथ पत्र दिए थे वही भाजपा नेताओं ने 2018 में 10 करोड़ से 20 करोड़ तक की सम्पत्ति होने का शपथ पत्र दिए है। डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, केदार कश्यप, महेश गागड़ा सहित कई भाजपा प्रत्याशियों का शपथ पत्र भ्रष्टाचार की गवाही दे रही है।
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गुजरात के द्वारका में आकाशवाणी टॉवर को बिपरजॉय तूफान के खतरे को देखते हुए एहतियातन ढहाया गया
गुजरात के द्वारका में 90 मीटर ऊंचे गाइ रोप की मदद से खड़े स्टील से निर्मित आकाशवाणी टॉवर को बिपरजॉय तूफान के खतरे को देखते हुए एहतियातन ढहाया गया। यह निर्णय इस टॉवर के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने और आसपास के क्षेत्रों में जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए लिया गया है। टॉवर ढहाने का यह कदम एनआईटी सूरत और सीसीडब्ल्यू के संरचनात्मक विशेषज्ञों द्वारा 35 साल पुराने इस टॉवर की सुरक्षा जांच के बाद उठाया गया है। इन विशेषज्ञों ने जनवरी, 2023 में इस टॉवर को ढहाने की सिफारिश की थी। इसके साथ ही, आकाशवाणी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए द्वारका से अपनी सेवाओं की बहाली के बारे में काम कर रही है। CG 24 News