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शिव महापुराण कथा नौ तपे में : पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजकों का गलत निर्णय 31-May-2024
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एक तरफ अपील कर रहे हैं कि लोग घर से ना निकले भीषण गर्मी से बचें, लू से बचें, ठंडी जगह में रहे और वहीं दूसरी तरफ उनकी अपील के बावजूद राजधानी में, उनकी छत्रछाया में, उनके अधिकारियों की अनुमति से प्रदेश की लाखों महिलाएं घर से बाहर बिना पंखे, बिना छत और बिना किसी व्यवस्था के खुले आसमान के नीचे, सफेद पर्दे के पंडाल के नीचे, छोटे-छोटे बच्चों को लेकर, लू के प्रकोप में पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा सुनने बीमारियों को आमंत्रित कर रही हैं | जिस जगह यह आयोजन हो रहा है वहां का मुख्य डोम बहुत छोटा है, भारी भीड़ को देखते हुए डोम के चारों तरफ सफेद पर्दे वाले पंडाल लगाए गए हैं जहां ना तो पंखे की व्यवस्था है और ना ही कूलर की व्यवस्था है| आयोजन के दौरान भक्तों से लाखों करोड़ों रुपए का दान प्रतिदिन एकत्रित करने वाले आयोजक और पंडित प्रदीप मिश्रा अपने भक्तों की चिंता नहीं कर रहे हैं | जबकि होना तो यह चाहिए था कि जब लाखों करोड़ों रुपए का दान प्रतिदिन एकत्रित हो रहा है और आयोजक भीड़ की व्यवस्था करने में असफल हो रहे हैं तो पंडित प्रदीप मिश्रा को दान में प्राप्त राशि में से शिव महापुराण की कथा सुनाने आए महिलाओं एवं पुरुषों बच्चों के लिए सौ या 200 कूलर जितनी भी आवश्यकता है उतने कूलर और पंखे किराए पर लगाकर उनके स्वास्थ्य की चिंता करना चाहिए था परंतु आयोजकों के साथ साथ पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी इसकी चिंता नहीं की | यहां यह बताना भी जरूरी है कि पंडित प्रदीप मिश्रा जिस जगह बैठते हैं उस जगह पर कई एयर कंडीशनर, कूलर और पंखे लगाकर उन्हें शीतलता प्रदान की जा रही है, साथ ही वीआईपी भक्तों के लिए सोफे - कुर्सियों के साथ एयर कंडीशनर और कूलर व पंखों की व्यवस्था है परंतु सामान्य भक्तों जो मन से शिव महापुराण कथा सुनाने आए हैं उनके बैठने की ना तो कोई व्यवस्था है ना ही वहां पर पंखे लगे हैं और जो कुछ पंखे हैं भी तो वह कम से कम 20 से 25 फीट ऊंचाई पर है ऐसे में उनकी हवा नीचे बैठे भक्तों पर कहां पड़ेगी ? अनेक पंखे तो वहां पर बंद भी पड़े हैं और ऐसी भीषण गर्मी में ज्ञान का उपदेश देने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा सिर्फ उपदेश ही दे रहे हैं | उनके प्रति आस्था रखने वाले, उनके उपदेशों पर अमल करने वाले, उनके बताए मार्गों पर चलने वाले महिला, पुरुष और बच्चे भीषण गर्मी में किस तरह तकलीफ सह रहे हैं इसकी चिंता पंडित प्रदीप मिश्रा को करनी चाहिए थी| छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नजदीक गांव महादेव घाट के पास अमलेश्वर में पंडित प्रदीप मिश्रा की महाशिवपुराण कथा का आयोजन पिछले 27 मई से चल रहा है | सर्व विदित है पूरे देश को पता है कि 25 मई से 2 जून तक नौतपा लगता है और इस दौरान मध्य भारत सहित राजस्थान, दिल्ली और उत्तर भारत के कई प्रदेश लू की चपेट में रहते हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है परंतु आयोजकों और पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस बात की चिंता किए बगैर नो तपे के दौरान ही महादेव घाट के अमलेश्वर में कथा का आयोजन कर धर्म प्रेमी महिलाओं और भक्तों को परेशानी में डाल दिया | भीषण गर्मी, 47 डिग्री पर पहुंचा पारा, जमीन से उठती गर्मी, आसमान से सूर्य की गर्मी और गर्म हवाओं के थपेड़ों के बावजूद धर्म के प्रति आस्था रखने वाले भक्तों की चिंता किए बना महाशिवपुराण कथा के आयोजकों और कथा करने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक प्रकार से अपराधिक कृत्य किया है जिसमें राजधानी का शासन प्रशासन भी जवाबदार है जिन्होंने इस भीषण गर्मी और नौ तपे में इस भारी भीड़ वाले आयोजन के लिए अनुमति दी | Sukhbir Singhotra - CG 24 News


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