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  • जातीय जनगणना में हिंदू घटा, मुस्लिम बढ़ा वाली रिपोर्ट पर देश में मचा बवाल
    *Sukhbir Singhotra* हिंदू घटा - मुस्लिम बढ़ा जातीय जनगणना पर आई रिपोर्ट पर देश में बवाल मच गया है | उल्लेखनीय है कि 2011 के बाद अभी तक देश में जनगणना नहीं हुई और एन चुनावों के वक्त हिंदुओं और मुसलमान की जनसंख्या का विश्लेषण राजनीतिक गलियों में चर्चा का विषय बन गया है गरमा गरम बहस चल रही है पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गया है, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति द्वारा तैयार की गई यह रिपोर्ट संदेहों के दायरे में है अनेक लोगों का कहना है कि जब 2011 से जाति जनगणना हुई ही नहीं तो है रिपोर्ट कहां से आई, ऐसे में क्या माना जाए कि यह चुनाव में मतदान को प्रभावित करने वाली रिपोर्ट है या फिर इसके पीछे कोई और बड़ा एजेंडा है ? यहां यह बताना भी जरूरी है की हिंदुस्तान में इस रिपोर्ट के अनुसार मुसलमानों की जनसंख्या में लगातार वृद्धि हो रही है तो वही पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या में अत्यंत गिरावट हो रही है और इसके बावजूद भारत के मुसलमान अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं परंतु किसी भी विपक्षी राजनीतिक दल के द्वारा कभी भी कोई ऐसा बयान नहीं आया कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ वहां की सरकार पर दबाव बनाने और अत्याचार रोकने के बारे में कहा हो | जबकि पूरी दुनिया में हिंदुस्तान ही एक ऐसा देश है जहां मुसलमान को पूरी स्वतंत्रता है | भारत में मुस्लिम हर क्षेत्र में सहभागिता के साथ भारत के संविधान के अनुसार बिना डर के, बिना दबाव के सभी शासकीय योजनाओं में बराबर की भागीदारी के साथ जीवन जी रहे हैं और हिंदुस्तान ही एक ऐसा देश है जहां बहुसंख्यक हिंदुओं के बीच मुसलमान पूरी तरह सुरक्षित हैं इसके बावजूद भी भारत के कुछ मुसलमान राष्ट्र विरोधी बातें करते हैं, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान का समर्थन करते हैं , उन्हें भारत के संविधान के अनुसार बोलने की पूरी स्वतंत्रता है और वही दूसरी तरफ पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या में भारी गिरावट हो रही है, उन पर अत्याचार हो रहे हैं, उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता है, जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है जो कि जग जाहिर है फिर भी दुनिया के राजनेता इस पर अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं है | इस मामले में हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बयान नहीं आया जबकि जिस तरह से वह खुलकर हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे थे ऐसे समय में उनका बयान ना आना आश्चर्य का विषय है | ________________________ *DD News की खबर* भारत में घटी हिंदुओं की संख्या, लगभग 8 प्रतिशत की आई कमी आर्थिक सलाहकार परिषद की हालिया रिपोर्ट से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। दरअसल, रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में करीब 43% मुस्लिम आबादी बढ़ी है। 1951 से मुस्लिम आबादी करीब 43 प्रतिशत बढ़ गई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1951 से हिंदुओं की आबादी में लगभग 8 प्रतिशत की कमी आई है। जबकि इसी दौर में मुस्लिम आबादी करीब 43 प्रतिशत बढ़ गई है। ऐसे में बहुसंख्यकवाद के नेरेटिव पर इस रिपोर्टे ने पानी फेर दिया है। वहीं चुनावी मौसम में इस पर राजनीतिक बहस जारी है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भी हिंदू हो रहे विलुप्त दरअसल, भारत में अल्पसंख्यक के उत्पीड़न को लेकर अभी तक जितना नैरेटिव गढ़ा गया वो सब झूठ निकला है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में देखा जा सकता है जहां हिंदू विलुप्त होते जा रहे हैं। यानी अल्पसंख्यक वहां पर विलुप्त हो रहे हैं। पाकिस्तान में 18 प्रतिशत हिंदू आबादी इस दौर में 1.18 प्रतिशत पाकिस्तान में 18 प्रतिशत हिंदू आबादी इस दौर में 1.18 प्रतिशत पर सिमट गई। बांग्लादेश की बात करें तो वहां 24 प्रतिशत हिंदू आबादी 8.2 प्रतिशत सिमट कर रह गई है जबकि इसी दौर में मुस्लिम आबादी काफी बढ़ी है। भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर नहीं किया गया कभी भेदभाव यदि भारत की बात करें तो यहां अल्पसंख्यकों को लेकर कभी भेदभाव नहीं किया गया। इसकी पुष्टि ये आंकड़े भी कर रहे हैं। पीएम की इकोनॉमिक काउंसिल की स्टडी में 1950 में मुस्लिमों की आबादी 9.84 प्रतिशत थी जो 2015 तक 14.9 प्रतिशत हो चुकी है। प्रियंका गांधी का कहना है कि सवाल महंगाई और बेरोजगारी का है तो बात भी इसी पर होनी चाहिए। यानी वो इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाहती। वहीं राहुल गांधी इकोनॉमिक सर्वे की बात करते हैं और जिसकी जितनी आबादी उतना हक का नारा देते हैं। उधर भाजपा नेता कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं कि ये लोग भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं। भारत के लिए वहीं कुछ नेता जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता पर जोर देते हैं। सीएए कानून के तहत बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान के पीड़ित अल्पसंख्यकों को जब नागरिकता दी जाती है तो वे इसका विरोध करते हैं और कहते हैं कि इसे लागू नहीं होने देंगे। जनता का बढ़ता घनत्व देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को करता है प्रभावित वहीं समान नागरिकता संहिता का भी विरोध किया जाता है। ऐसे में मुस्लिम को लेकर विक्टिम कार्ड आखिर क्यों खेला जाता है। आप रिपोर्ट के आंकड़ों में पाएंगे कि जनता का बढ़ता घनत्व देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रभावित करता है।
  • आपकी उम्र आराम करने की है, सेवा करने की नहीं : व्यंग
    *देश को डुबा और खुद तैर* *(व्यंग्य : विष्णु नागर)* -- मान लीजिए श्रीमान, इस बार जनता आपसे कहे कि आप कुछ महीने बाद 74 के होकर 75 वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं, अब आपकी उम्र आराम करने की है, सेवा करने की नहीं, सेवा करवाने की है, तो क्या आप यह बात मान लेंगे? वैसे भी आपने पिछले दस वर्षों में एक भी दिन आराम नहीं किया है। आपका अधिकार और कर्तव्य भी है कि अब आप पूर्णरूप से आराम करें। स्वास्थ्य को खतरे में न डालें! -- मेरी ईश्वर जनता है। उसकी सेवा करना मेरा धर्म है। जनता भी कहेगी कि मैं आराम करूं, तो मैं मानूंगा नहीं। सेवा का पुण्य कमाऊंगा। सेवा है, तो मेवा है। मेरा विश्वास -- मेवा। मेरा संकल्प -- मेवा। मेरी अपने लिए गारंटी -- मेवा। केंद्र में मेवा, परिधि में मुख-सेवा। विपक्ष मुझे मेवे से वंचित करना चाहता है। मैं इस षड़यंत्र को अपने जीते जी सफल नहीं होने दूंगा। मैं मेवा खाकर रहूंगा। मेवा ही सत्य है, बाकी सब असत्य है। -- पर इस उम्र में आपको फल अधिक खाने चाहिए, मेवे नहीं। मेवे भारी होते हैं। उन्हें खाकर आपको अपच हो सकता है। -- अपच तो है मुझे। मेरे भाषण इसी अपच की सच्ची और खरी अभिव्यक्ति हैं। -- अच्छा, मूल बात पर आते हैं। चुनाव में जनता आपकी अभी तक की सभी कुसेवाओं-सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहे कि अब आप अवकाश लें, तब तो कोई रास्ता बचता नहीं। -- बचता क्यों नहीं है‌? जनता की बात सुनकर हमने आज तक कौन-सा निर्णय लिया है? केवल चार घंटे का समय देकर नोटबंदी मैंने जनता से पूछकर की थी? जनता की बात सुनकर मैंने कोरोना के समय लाकडाउन घोषित किया था? जनता ने कहा था कि किसानों का नहीं, कारपोरेट दुनिया के इन रईसों का कर्ज माफ करो? क्या जनता की मांग पर हमने अभूतपूर्व महंगाई बढ़ाई है, बेरोजगारी को प्रोत्साहित किया है? क्या यह जनता की हार्दिक इच्छा थी कि उसे सस्ता गैस सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल नहीं चाहिए? क्या सेना में जाने की तैयारी करने वाले युवकों से पूछकर मैंने अग्निवीर योजना लागू की थी? एक भी उदाहरण देकर बताओ कि मैंने फलां काम जनता की मर्जी से किया? क्या बुलेट ट्रेन मैं जनता से पूछकर चलवा रहा हूं? क्या जनता ने कहा कि ये बड़ा-सा बंगला आपको फबता नहीं, आप तो अपने लिए महल बनवाओ? -- ये आप क्या उल्टी-सीधी बात कर रहे हैं? आप नेता हैं। अभी आप खुद भी जनता की सेवा की बात कर रहे थे और अब आप जनता के खिलाफ ही बोल रहे हैं! -- अरे जनता की सेवा की बात करना मेरा पेशा है। वैसे जनता कुछ होती नहीं। होती तो 15-15 लाख देने, हर साल दो करोड़ रोजगार देने, अच्छे दिन के मेरे झांसे में फंस जाती? और सुनो 2019 तक मैंने इनमें से एक भी बात पूरी नहीं की, तो क्या जनता ने मुझे इसकी सजा दी या और अच्छा पुरस्कार दिया? 2019 में 2014 से अधिक बहुमत देकर जिताया‌ या नहीं जिताया? ये है जनता की असलियत। जनता एक भ्रम है, एक माया है।जिताता-हराता तो पैसा है। जनता तो निमित्त मात्र है। -- मतलब हार गए, तो भी हटेंगे नहीं ? -- क्यों हटेंगे? बेवकूफ हैं क्या? क्या गद्दी छोड़कर झोला लेकर चल देंगे? इतने सीधे हैं हम, फकीर हैं क्या? हम मन की बात करते हैं, तो मन की बात ही सुनते ही हैं। -- मन क्या ये नहीं कह सकता कि चल बेटा,अब बहुत हुआ, अब तू घर बैठ‌। -- हमारा मन ऐसी बात कभी नहीं कह सकता। -- मगर जनता कहेगी कि .... -- फिर जनता? अरे जनता-जनता करने के अलावा आपको कुछ सूझता भी है? -- दो बार तो आपको जनता ने ही इस पद पर बैठाया? -- यह भी बहुत बड़ी गलतफहमी है। जनता ने नहीं, मेरे जुमलों ने, मेरे झूठ ने, मेरे हिंदू-मुसलमान ने और बड़े-बड़े सेठों के अरबों रुपए ने मुझे इस पद पर बैठाया। जनता की क्या हैसियत, जो मुझे जिताए या हराये? मुझे वोट ने नहीं, नोट ने जिताया है। आज भी नोट मेरे पास है, इसलिए वोट भी मेरे पास हैं। -- मतलब आप हटेंगे नहीं। जनता ने हटाया, तो आपके अटल जी हट गए थे। इंदिरा गांधी से लेकर मनमोहन सिंह तक सभी हट गए थे। -- मैं किसी का अनुयायी नहीं हूं। अपना अनुयायी मैं स्वयं हूं। -- तो किसके कहने से हटेंगे? -- किसी के कहने से नहीं,जनता के वोट से भी नहीं। -- आपके मालिक कहें। हटने को तो? -- अडानी- अंबानी कभी नहीं कहेंगे।वे जानते हैं, मैं उनका सबसे सच्चा और सबसे लाड़ला सेवक हूं। -- मान लो, मजबूर होकर उन्होंने भी कह दिया तो! -- तो मन की बात सुनूंगा। -- आपका मन क्या कह रहा है? -- हट मत। देश अभी पूरी तरह डूबा नहीं, तेरा कर्तव्य अभी पूरा हुआ नहीं। इसे इतनी अच्छी तरह डुबा, इतना गहरा डुबा कि अगले सौ साल तक यह देश उठ न सके।इतने झगड़े बढ़ा कि सब आपस में लड़ते रहें और तू मज़ा लेता रहे। गृहयुद्ध हो, तो होने दे। घबरा मत, डर मत। डुबा और डुबा। ये डुबेगा तो ही तू तैर सकेगा, किनारे लग सकेगा। *(व्यंग्यकार प्रसिद्ध साहित्यकार हैं और मध्यप्रदेश सरकार के शिखर सम्मान और साहित्य अकादमी के साहित्य सम्मान सहित विभिन्न सम्मानों से सम्मानित। नवभारत टाइम्स, दैनिक हिंदुस्तान, कादम्बिनी, नई दुनिया और शुक्रवार समाचार साप्ताहिक से जुड़े रहे। भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व सदस्य। वर्तमान में स्वतंत्र लेखन।
  • राधिका खेड़ा पहुंच गई भाजपा के आंगन में

    आखिरकार राधिका खेड़ा ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम ही लिया जो पहले से तय था जिस दिन राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से त्यागपत्र दिया था उसी दिन सीजी 24 ने लिख दिया था कि राधिका खेड़ा का जल्द ही भाजपा में प्रवेश की संभावना है| और तमाम आरोप प्रत्यारोप के बाद राधिका खेड़ा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई और हो भी क्यों ना क्योंकि भारतीय जनता पार्टी रेड कारपेट बेचकर पहले से ही राधिका खेड़ा के आने का इंतजार कर रही थी | __________________________________ जिसकी संभावना थी वही हुआ कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने आखिरकार कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे ही दिया |

     

    अब आगे इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि राधिका खेड़ा किसी भी समय भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकती हैं |

     

    राधिका खेड़ा ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया | कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि आदिकाल से यह स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है | हिर्नाकश्यप से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण है | वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं | हर हिंदू के लिए प्रभु श्री राम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और रामलाल के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं | मैं जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए वहां सुई से लेकर आईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया मैं हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिएहर मंच से लड़ाई लड़ी है किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया प्रभु श्री राम की भक्ति व एक महिला होने के नाते में बेहद आहत हूं बार-बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला इससे आहत होकर मैं आज यह कदम उठाया है आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं वह अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं हां मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं और वही अब मैं कर रही हूं अपने वेशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी |

     

     

    आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूँ व अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूँ।

    हाँ मैं लड़की हूँ और लड़ सकती हूँ, और वही अब मैं कर रहीं हूँ।

    अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूँगी। pic.twitter.com/6hjgSDcXV0

    — Radhika Khera (@Radhika_Khera) May 5, 2024

     

     

  • राधिका खेड़ा का कांग्रेस से इस्तीफा, भाजपा प्रवेश की संभावना!

    जिसकी संभावना थी वही हुआ कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने आखिरकार कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे ही दिया |

    अब आगे इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि राधिका खेड़ा किसी भी समय भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकती हैं |

     

    राधिका खेड़ा ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया | कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि आदिकाल से यह स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है | हिर्नाकश्यप से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण है | वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं | हर हिंदू के लिए प्रभु श्री राम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और रामलाल के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं | मैं जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए वहां सुई से लेकर आईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया मैं हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिएहर मंच से लड़ाई लड़ी है किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया प्रभु श्री राम की भक्ति व एक महिला होने के नाते में बेहद आहत हूं बार-बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला इससे आहत होकर मैं आज यह कदम उठाया है आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं वह अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं हां मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं और वही अब मैं कर रही हूं अपने वेशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी |

     

     

    आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूँ व अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूँ।

    हाँ मैं लड़की हूँ और लड़ सकती हूँ, और वही अब मैं कर रहीं हूँ।

    अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूँगी। pic.twitter.com/6hjgSDcXV0

    — Radhika Khera (@Radhika_Khera) May 5, 2024

     

     

  • बृजमोहन के झलकी जमीन मामले का जिन्न फिर आया बाहर : कोर्ट के आदेश से रजिस्ट्री हुई शून्य
    *बृजमोहन की पत्नी ने झलकी में जल संसाधन विभाग की जमीन गलत तरीके से कब्जा कर रिसॉर्ट बनाया* *कोर्ट ने उनकी जमीनों को रजिस्ट्री शून्य घोषित किया* प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि ऽ महासमुंद जिला न्यायालय के 23 अप्रैल के फैसले से यह साफ हो गया कि भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल महासमुंद के तुमगांव के ग्राम झलकी में जलाशय की जमीन को गलत तरीके से खरीदकर कब्जा किया था। ऽ 1994 में ग्राम झलकी में किसान ईश्वर प्रसाद ने अपना खं. नं. 117 रकबा 4.124 हेक्टेयर दान में भूमि जल संसाधन विभाग को जलाशय बनाने रजिस्ट्रीकृत दान पत्र के द्वारा दिया। ऽ जल संसाधन विभाग ने राजस्व प्रपत्र में नामांतरण नही करा पायी। ऽ बृजमोहन अग्रवाल राज्य में जब जल संसाधन मंत्री थे। उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली थीं। ऽ बृजमोहन अग्रवाल ने ग्राम झलकी जिला तुमगांव महासमुंद, रिसोर्ट निजी भूमि खरीदकर बनाया। उस समय वह चूकि मंत्री थे तब उन्हे जानकारी थी कि अगल-बगल की जमीन जल संसाधन विभाग की है और जल संसाधन विभाग ने सरकारी खर्च कर जलाशय 15 एकड़ से ज्यादा भूमि में बनी हुयी है। ऽ तब बृजमोहन अग्रवाल पूर्व जल संसाधन मंत्री ने यह जानते हुये कि ईश्वर प्रसाद के दान देने के बाद जमीन के मालिक ईश्वर प्रसाद उनके वारिसान नहीं है। ऽ इस बात की जानकारी रखते हुये ईश्वर प्रसाद के मृत्यु के पश्चात उनके पुत्रों विष्णु, किशुन, कृष्ण लाल साहू के नाम राजस्व रिकार्ड में खं. नं. 117 रकबा 4.124 हेक्टेयर भूमि चढ़ाकर अपनी पत्नी सरिता अग्रवाल के खरीद लिया और शासकीय भूमि में कब्जा कर लिया। ऽ जिला न्यायालय में यह मामला राज्य शासन की तरफ से दायर किया गया। उसमें जल संसाधन विरूद्ध विष्णु किशुन, कृष्णपाल एवं सरिता अग्रवाल पति बृजमोहन अग्रवाल के प्रकरण में 23 अप्रैल 2024 को फैसला सुनाते हुये यह आदेश दिया। ऽ प्रतिवादी 1 से 3 द्वारा श्रीमती सरिता अग्रवाल पति बृजमोहन अग्रवाल के पक्ष के निष्पादित पंजीकृत विक्रय पत्र 17.07.2009 को प्रारंभ से शून्य घोषित किया जाता है। ऽ श्रीमती सरिता अग्रवाल पति बृजमोहन अग्रवाल को भूमि का रिक्त आधिपत्य राज्य शासन को दो माह में सौंपने का आदेश दिया जाता है। ऽ कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि इस मामले रजिस्ट्री शून्य घोषित होने के बाद इसमे संलिप्त क्रेता ओर विक्रेता के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाये।
  • भाजपा में जिन सांसदों का टिकट कटा, भाजपा की नजर में वो नकारा और निकम्मे थे
    जिन सांसदों का टिकट भाजपा ने काटा, वो भाजपा की नज़र में नकारा और निकम्मे थे - कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा का रायपुर से बयान
  •  अनिल टुटेजा,  अनवर ढेबर की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क
    अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा की संपत्तियां अस्थाई रूप से कर्क | छत्तीसगढ़ राज्य में शराब घोटाले की चल रही जांच में रायपुर ED ने अनिल टुटेजा पूर्व आईपीएस , अनवर ढेबर और अन्य से संबंधित लगभग 205 करोड़ एवं 18 करोड रुपए मूल्य की 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को अस्थाई रूप से कर्क किया है

    ED, Raipur has provisionally attached 18 movable and 161 immovable properties worth Rs. 205.49 Crore (approx.) belonging to Anil Tuteja, Ex-IAS, Anwar Dhebar and others in the ongoing investigation of liquor scam in the State of Chhattisgarh. pic.twitter.com/wK378rPXTq

    — ED (@dir_ed) May 3, 2024
  • राधिका खेड़ा प्रकरण पर बोले मुख्यमंत्री : आपस में ही लड़ रहे हैं कांग्रेसी
    *आपस में ही लड़ रहे हैं कांग्रेसी, थाने में रिपोर्ट तक की आ गई नौबत, राधिका खेड़ा प्रकरण पर बोले मुख्यमंत्री* *रायपुर/जशपुर/सीतापुर/सुहेला।* आज जशपुर के पंडरापाठ में अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांग्रेस में मचे घमासान और बिखराव पर जमकर चुटकी ली। उन्होंने कांग्रेस की महिला प्रवक्ता राधिका खेड़ा और कांग्रेस के संचार विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला के बीच हुए झगड़े पर कहा कि कांग्रेसियों में ही आपस में घमासान मचा है। राधिका खेड़ा तो थाने में रिपोर्ट करने की भी बात कर रही हैं। इनसे अपना घर ही नहीं संभल रहा है। कोई तालमेल नहीं है। श्री साय ने कहा कि कांग्रेस में इस तरह बिखराव का माहौल है कि उनके नेता चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हैं। दुर्ग के नेताओं को अलग-अलग लोकसभाओं से चुनाव लड़ाया जा रहा है। आज कांग्रेस की दुर्गति हो गई है। इनके 25 हजार नेता और कार्यकर्ता अब तक भाजपा प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव की भांति लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को पूरी तरह से बाहर करने की बात जनता से कही। गौरतलब है कि विष्णु देव साय का चुनावी अभियान पूरे चरम पर है। वे रोजाना 3-3 जनसभाएं कर रहे हैं, भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान का आग्रह कर रहे हैं। उन्होंने आज जशपुर के पंडरापाठ, सरगुजा के सीतापुर और बलौदाबाजार-भाटापारा के सुहेला में विशाल जनसभा को संबोधित किया। CG 24 News - Sukhbir Singhotra
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला, कहा -OBC का 27 फीसदी आरक्षण मुस्लिमों को देना चाहती है

    कर्नाटक :- लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  इंटरव्यू में देश में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण को “लूटने की कोशिश” करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला.पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा, ‘आप कांग्रेस का इतिहास देखिए. यह मांग (आरक्षण के लिए) 1990 के दशक से उठाई जा रही है. देश में समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग है, जिसे लगता था कि उनके लिए कुछ किया जाना चाहिए, इसके लिए विरोध प्रदर्शन भी हुए. 1990 से पहले कांग्रेस ने इसका पूरा विरोध किया और इसे दबा दिया. फिर उन्होंने जो भी आयोग बनाये, जो भी समितियां बनायी, उनकी रिपोर्ट भी ओबीसी के पक्ष में आने लगी. वे इन विचारों को नकारते, अस्वीकार करते और दबाते रहे. लेकिन 90 के दशक के बाद, वोट-बैंक की राजनीति के कारण, उन्हें लगा कि कुछ किया जाना चाहिए.”

    ‘मुसलमानों को ओबीसी की कैटेगरी में डालना चाहती थी कांग्रेस’
    पीएम मोदी ने कहा, “तो, उन्होंने पहला पाप क्या किया था? 90 के दशक में, उन्होंने कर्नाटक में मुसलमानों को ओबीसी के रूप में वर्गीकृत करने का निर्णय लिया. इसलिए, वे पहले ओबीसी को अस्वीकार कर रहे थे और दबा रहे थे, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने मुसलमानों को ओबीसी का लेबल दे दिया. कांग्रेस केंद्र से बेदखल हो गई. यह योजना 2004 तक रुकी रही. 2004 में जब कांग्रेस वापस आई तो उसने तुरंत आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को ओबीसी कोटा देने का फैसला किया. कोर्ट में मामला उलझ गया. भारतीय संसद ने संविधान की मूल भावना के अनुरूप ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया था

    ‘2024 के कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग का छाप’
    पीएम मोदी ने कहा, “जब भारत का संविधान बनाया गया था, तब कोई भी आरएसएस या भाजपा के लोग मौजूद नहीं थे. बाबा साहेब अम्बेडकर, पंडित नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और हमारे देश के कई महापुरुष उपस्थित थे और उन्होंने लंबे चिंतन के बाद निर्णय लिया कि भारत जैसे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता है. लेकिन 2024 के चुनाव के लिए उनका घोषणापत्र देखिए. इस पर मुस्लिम लीग की छाप है, जिस तरह से वे संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिस तरह से वे अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं. एससी और एसटी के आरक्षण पर खतरे की तलवार लटक रही है.

  • मोदी के लिए भला-बुरा कहने में उनको मजा आ रहा है मैं देख रहा हूं सोशल मीडिया में, टी.वी. में ये भाषा अच्छी नहीं है. - PM मोदी

    इन दिनों कांग्रेस के शहजादे, आज कल वो इतने चिंतित हैं कि आए दिन उनको मोदी का अपमान करने में मजा आता. मोदी के लिए भला-बुरा कहने में उनको मजा आ रहा है और मैं देख रहा हूं सोशल मीडिया में, टी.वी. में बहुत सारे लोग चिंता जताते हैं कि ये भाषा अच्छी नहीं है.

    पीएम मोदी ने आगे कहा कि ऐसी भाषा देश के प्रधानमंत्री के लिए बोलना ठीक नहीं है. कुछ लोग बहुत दुखी हो जाते हैं कि मोदी जी को ऐसा क्यों बोला? मेरी सबसे विनती है कि कृपा करके आप दुखी मत हों, आप गुस्सा मत कीजिए. आपको पता है कि ये नामदार हैं, हम तो कामदार हैं और नामदार तो कामदार के साथ सदियों से ऐसे ही गाली-गलौज करते हुए आए हैं. मैं तो आपमें से आता हूं, गरीबी से निकला हूं, अगर 5-50 गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी. आप गुस्सा मत कीजिए.

  • आज की विशेष खबरें एक साथ : क्या करेंगे भाजपा - कांग्रेस और चुनाव आयोग ?
    रायपुर तीसरे चरण में कांग्रेस प्रचार में झोंकेगी की ताकत कांग्रेस महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा छग दौरा तीन दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आयेंगी अलका लांबा 26 अप्रैल से 28 अप्रैल तक अलग-अलग क्षेत्र का करेगी दौरा भिलाई, बिलासपुर और रायपुर के कार्यक्रमों में होंगी शामिल रायपुर ब्रेकिंग कांग्रेस के सहप्रभारी विजय जांगिड़ का छग दौरा दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आएंगे विजय जांगिड़ 25 और 26 अप्रैल को करेंगे प्रदेश का करेंगे दौरा 25 अप्रैल को बेमेतरा में आयोजित बैठक में होंगे शामिल 26 अप्रैल को बिलासपुर और तखतपुर में करेंगे सभा रायपुर ब्रेकिंग अंतिम दौर में बीजेपी ने झोंकी ताकत बीजेपी के स्टार प्रचारकों का दौरा जारी 26 अप्रैल को गृहमंत्री अमित शाह आयेंगे छग बेमेतरा में शाह चुनावी सभा को करेंगे संबोधित दुर्ग प्रत्याशी विजय बघेल के पक्ष में करेंगे प्रचार रायपुर ब्रेकिंग उपमुख्यमंत्री अरुण साव का मुंगेली और बिलासपुर दौरा बिलासपुर में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में करेंगे प्रचार बिलासपुर लोकसभा भाजपा प्रत्याशी है तोखन साहू बिलासपुर के स्थानीय कार्यक्रम में भी होंगे शामिल रायपुर ब्रेकिंग दीपक बैज का आज बिलासपुर और जाँजगीर -चाँपा दौरा बिलासपुर में राहुल गांधी के कार्यक्रम स्थल का करेंगे निरीक्षण बिलासपुर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे बैठक जाँजगीर में खड़गे के कार्यक्रम स्थल का करेंगे निरीक्षण कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे दीपक बैज रायपुर तीसरे चरण की चुनावी तैयारियों में जुटी कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी करेंगे छग का दौरा मल्लिकार्जुन खड़गे 28 अप्रैल को आएंगे छग जांजगीर लोकसभा में करेंगे सभा मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी 29 अप्रैल को आएंगे छग बिलासपुर लोकसभा में करेंगे चुनाव प्रचार रायपुर कल सुबह 7 बजे शुरू होगा दूसरे चरण का मतदान कांकेर, महासमुंद और राजनांदगांव में मतदान 52,84,938 मतदाता करेंगे प्रत्याशियों का फैसला दूसरे चरण में 6567 मतदान केंद्र बनाए गए रायपुर ब्रेकिंग आज 12 बजे होगी निर्वाचन आयोग की प्रेस वार्ता दूसरे चरण की तैयारियों को लेकर प्रेस वार्ता मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना कंगाले करेंगी प्रेसवार्ता दूसरे चरण के लिए मतदान से जुड़ी जानकारी करेंगी साझा रायपुर रायपुर जिला प्रशासन का मतदाता जागरूकता कार्यक्रम 26 अप्रैल को स्वीट संध्या का होगा आयोजन राजधानी के मरीन ड्राइव में होगा कार्यक्रम का आयोजन मतदाताओं के साथ रैंप वॉक कर मतदान का दिया जाएगा संदेश शाम 6.30 बजे होगा कार्यक्रम का आयोजन
  • अपने बच्चों के साथ हवाई यात्रा करने का प्लान है तो ये आपके लिए अच्छी खबर है।

    देश में एयर सफर को आसान बनाने के लिए विमानन रेगुलेटरी डीजीसीए हर संभव कोशिश में लगा हुआ है. अब नियामक ने नया आदेश जारी करते हुए एयरलाइनों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उड़ान के दौरान 12 वर्ष तक के बच्चों को उनके माता-पिता या अभिभावकों में से कम से कम एक के साथ सीट आवंटित की जाए.

    देश में हवाई यात्रा को आसान बनाने के लिए विमानन रेगुलेटरी डीजीसीए हर संभव कोशिश में लगा हुआ है. अब नियामक ने नया आदेश जारी करते हुए एयरलाइनों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उड़ान के दौरान 12 वर्ष तक के बच्चों को उनके माता-पिता या अभिभावकों में से कम से कम एक के साथ सीट आवंटित की जाए. यानी अब 12 साल तक के बच्चे के लिए अलग से सीट खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

     

    सेम पीएनआर पर मिलेगी फ्री सीट

    बीते दिनों ऐसे कई मामले सामने आए थे, जहां 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को उड़ान के दौरान उनके माता-पिता या अभिभावकों के साथ सीट आवंटित नहीं की गई थी. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि एयरलाइंस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 12 वर्ष तक के बच्चों को एक ही पीएनआर पर यात्रा कर रहे उनके माता-पिता/ अभिभावकों में कम से कम एक के साथ सीट आवंटित की जाए और इसका रिकॉर्ड रखा जाए. नियामक ने स्पष्ट कहा है कि इसके लिए कंपनियां कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लेंगी. यही पूरी तरह से फ्री सर्विस होगी