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  • पहली बार नौकरी पाने वालों के लिए बजट में बड़ा ऐलान

    पहली बार नौकरी पाने वालों के लिए खुशखबरी, बजट में हो गया ये ऐलान --
    वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे 5 साल की अवधि में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री के पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें 2 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे |

     

    [12:43, 7/23/2024] Lovee Singhotra: इनकम टेक्स स्लैब में बड़े बदलाव
    3 लाख तक की आय वालों को कोई टैक्स नहीं
    3 से 7 लाख आय पर 5 प्रतिशत का टैक्स
    7 से 10 लाख आय पर 10 प्रतिशत का टैक्स
    10 से 12 लाख आय पर 15 प्रतिशत का टैक्स
    12 से 15 लाख आय पर 20 प्रतिशत टैक्स
    15 लाख से ऊपर आय पर 30 प्रतिशत टैक्स
    [12:44, 7/23/2024] Lovee Singhotra: रोजगार के लिए 3 स्कीम शुरु करेंगे
    30 लाख युवाओं को रोजगार का मौका
    2 लाख युवाओं को DBT से फायदा
    रिसर्च को बढ़ावा देने पर जौर
    प्रकृतिक खेती पर सरकार का जोर
    EPFO में रजिस्टर होने पर 50 हजार का इंसेटिव
    पहली नौकरी में एक महीने का वेतन सरकार देगी
    राष्ट्रीय सहयोग नीति लाएगी सरकार
    रोजगार और स्कील पर फोकस
    कृषि के लिए 1.52 लाख करोड़
    7.5 लाख के लोन की गारंटी लेगी सरकार
    PM योजना में 3 फेज में 15 हजार मिलेंगे
    32 फसलों की 9 किस्में लेकर आएंगे
    उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख का लोन
    3 प्रतिशत ब्याज दर पर मिलेगा लोन
    कौशल विकास के लिए लोन मिलेगा
    मिडिल क्लास के लिए बजट में ऐलान
    छात्रों को मिलेंग ई-वाउचर्स
    1 करोड़ किसानों के लिए नेचुरल फार्मिंग
    महिलाओं के लिए शहरों में हॉस्टल खुलेंगे
    PM आवास योजना के तहत 3 करोड़ अतिरिक्त घर बनाए जाएंगे
    पूर्वोत्तर राज्यों में नए हाइवों प्रोजेक्ट का ऐलान
    5 राज्यों में जनसमर्थन क्रेडिट कार्ड
    शिक्षा के लिए 1.48 लाख करोड़
    400 जिलों में फसलों का डिजिटल सर्वे
    मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख से 20 लाख हुई
    5 साल तक मुफ्त राशन देगी सरकार
    ग्रामीण विकास के लिए 2.66 लाख
    नए रोजगार के लिए 2 लाख करोड़
    500 टॉप कंपनियों में युवाओं को कराएंगे इंटर्नशिप
    इंटर्नशिप के दौरान युवाओं को वेतन भी मिलेगा
    1 करोड़ घरों को 300 यूनिट तक बिजली
    1 करोड़ घरों को मुफ्त सोलर एनर्जी
    पीएम जनजाति उन्नत ग्राम अभियान चलाएंगे
    5 करोड़ आदिवासियों को मिलेगा फायदा
    महिलाओं के लिए स्टैंप ड्यूटी कम करेंगे
    1 हजार ITI को अपग्रेड करेंगे
    विकसित भारत के लिए पारमाणु ऊर्जा पर जोर
    मोबाइल फोन और चार्जर का सीमा शुल्क 15 प्रतिशत घटा
    सोने और चांदी पर सीमा शुल्क 6 प्रतिशत घटा
    25 आवश्यक खनिजों पर सीमा शुल्क नहीं
    जूते,चप्पल और कपड़े सस्ते होंगे
    इलेक्ट्रोनिक वाहन भी सस्ते होंगे

  • PM Modi X Followers: पीएम मोदी के 'X' फॉलोअर्स का आंकड़ा 10 करोड़ के पार, एलन मस्क ने दी बधाई, जानें क्या कहा

    PM नरेंद्र मोदी के ‘X’ अकाउंट पर 10 करोड़ फॉलोअर्स हो गए हैं. टेस्ला के CEO और अरबपति एलन मस्क ने PM मोदी को बधाई दी. इस मौके पर PM मोदी ने पोस्ट किया, ’10 करोड़ फॉलोअर्स पर गर्व है. इस जीवंत माध्यम पर रहकर लोगों से जुड़ना और विभिन्न चर्चाओं में हिस्सा लेना सुखद है.’

    वैश्विक नेताओं में सबसे आगे PM मोदी

    PM मोदी के ‘X’ फॉलोअर्स की संख्या अन्य वैश्विक नेताओं जैसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (3.81 करोड़) और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन (2.15 करोड़) से भी ज्यादा है. PM मोदी के फॉलोअर्स की संख्या दुबई के शासक शेख मोहम्मद (1.12 करोड़) और पोप फ्रांसिस (1.85 करोड़) से भी अधिक है. मौजूदा समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मोदी से ज्यादा लोकप्रिय कोई दूसरा नेता नहीं है.

    यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर PM मोदी सबसे आगे

    PM मोदी की लोकप्रियता सिर्फ ‘X’ तक सीमित नहीं है. उनके यूट्यूब पर 2.5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स और इंस्टाग्राम पर 9.1 करोड़ फॉलोअर्स हैं. पीएम मोदी की सोशल मीडिया प्रेजेंस अलग अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लगातार बढ़ रही है. PM मोदी ने अपने ‘X’ हैंडल पर राजनेताओं से मुलाकात की तस्वीरें और कई कार्यक्रमों की जानकारी साझा करते रहते हैं.

    कई ग्लोबल हस्तियों से आगे निकले PM मोदी

    PM मोदी के फॉलोअर्स की संख्या टेलर स्विफ्ट , लेडी गागा और किम कार्दशियन जैसी ग्लोबल हस्तियों से भी ज्यादा है. भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली और ब्राजीलियन फुटबॉलर नेमार जूनियर से भी PM मोदी के फॉलोअर्स की संख्या अधिक है. PM मोदी को कई विदेशी संस्थाओं ने दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता भी करार दिया है. बीते साल अमेरिकी संस्था की ओर से किए गए सर्वे में PM मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी ज्यादा लोकप्रिय नेता बताया गया था.

  • कार में सनरूफ का इस्तेमाल  पुलिस चालान काट देती है क्यों

    कार के सनरूफ से बाहर निकलने पर मनाही, तो फिर इसका क्या है काम?

    आज के वक्त कई लोग सनरूफ कार खरीदना पसंद कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कारों में सनरूफ क्यों लगा होता है और इसके इस्तेमाल को लेकर क्या नियम हैं. किन स्थितियों में होता है इसका इस्तेमाल.

     
     

    दुनियाभर में लग्जरी गाड़ियों का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. बीते कुछ सालों में सनरूफ गाड़ियों का क्रेज भी बढ़ा है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति सनरूफ से सिर निकालकर घूमता है, तो पुलिस उसका चालान काट देती है. अब सवाल ये है कि आखिर कार में सनरूफ क्यों दिया गया है और इसका इस्तेमाल किस काम के लिए किया जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि सनरूफ का इस्तेमाल क्यों होता है. 

    सनरूफ कार

    आज के वक्त अधिकांश कार के टॉप मॉडल में सनरूफ आ रहा है. लेकिन आपने देखा होगा कि जब कोई सड़कों पर सनरूफ के बाहर सिर निकालकर घूमता है, तो यातायात पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करके चालान काटते हैं. अब सवाल ये है कि आखिर जब कार के सनरूफ के बाहर सिर नहीं निकाल सकते हैं, तो सनरूफ किस काम का है. कार कंपनी गाड़ियों में क्यों सनरूफ देते हैं. 

    कार मॉडल 

    बता दें कि आज के वक्त अधिकांश लोग जरूरतों के मुताबिक कार लेते हैं. इनमें से कुछ कार कंपनी कम बजट में सनरूफ कार लेना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग सीनएजी और इलेक्ट्रीक कार लेना पसंद करते हैं.  पूरा करने के लिए कार लेते हैं. जहां कार बाजार में एक तरफ छोटे से बड़े ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने का टक्कर है, वहीं दूसरी तरफ कार डिजाइन पर कंपनियां सबसे ज्यादा फोकस कर रही हैं. यही कारण है कि कार कंपनी सनरूफ समेत अलग-अलग फीचर्स को शामिल कर रही है, जिससे उनके कारों की बिक्री में बढ़ोत्तरी हो सके.  

    सनरूफ का क्या इस्तेमाल

     सोशल मीडिया वीडियो से लेकर सड़कों तक आपने कई बार देखा होगा कि लोग अपनी सनरूफ कार से बाहर निकलकर मौसम का मजा लेते हैं. कुछ लोग सिर्फ वीडियो बनाने के लिए सनरूफ कार से बाहर निकलना पसंद करते हैं. अब सवाल ये है कि कार कंपनियां सनरूफ क्यों देती हैं. बता दें कि सनरूफ को गाड़ी में सनलाइट देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. सनरूफ ना सिर्फ कार के लुक को और बेहतर बनाता है, बल्कि मौसम अच्छा होने पर इससे कार के केबिन तक अच्छी हवा भी पहुंचती है. वहीं ठंड के मौसम में सनरूफ के जरिए सीधी धूप गाड़ी में पहुंचती है, जिससे प्राकृतिक तरीके से तापमान अनुकूल बना रहता है. 

    यातायात नियम

    बता दें कि भारत में यातायात नियमों के मुताबिक चलती गाड़ी में अगर कोई व्यक्ति सनरूफ से सिर बाहर निकलाकर सफर कर रहा है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है और उचित नियमों के तहत जुर्माना भी भरना पड़ सकता है. क्योंकि गाड़ियों में सनरूफ का इस्तेमाल मौसम, धूप और हवा के लिए है. लेकिन लोग कई बार सनरूफ का इस्तेमाल फोटो, वीडियो और सफर के दौरान करते हैं, पुलिस द्वारा इसे खतरनाक स्टंट माना जाता है, जो अपराध की श्रेणी में आता है.  

  • कार में सनरूफ का इस्तेमाल  पुलिस चालान काट देती है क्यों

    कार के सनरूफ से बाहर निकलने पर मनाही, तो फिर इसका क्या है काम?

    आज के वक्त कई लोग सनरूफ कार खरीदना पसंद कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कारों में सनरूफ क्यों लगा होता है और इसके इस्तेमाल को लेकर क्या नियम हैं. किन स्थितियों में होता है इसका इस्तेमाल.

     
     

    दुनियाभर में लग्जरी गाड़ियों का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. बीते कुछ सालों में सनरूफ गाड़ियों का क्रेज भी बढ़ा है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति सनरूफ से सिर निकालकर घूमता है, तो पुलिस उसका चालान काट देती है. अब सवाल ये है कि आखिर कार में सनरूफ क्यों दिया गया है और इसका इस्तेमाल किस काम के लिए किया जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि सनरूफ का इस्तेमाल क्यों होता है. 

    सनरूफ कार

    आज के वक्त अधिकांश कार के टॉप मॉडल में सनरूफ आ रहा है. लेकिन आपने देखा होगा कि जब कोई सड़कों पर सनरूफ के बाहर सिर निकालकर घूमता है, तो यातायात पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करके चालान काटते हैं. अब सवाल ये है कि आखिर जब कार के सनरूफ के बाहर सिर नहीं निकाल सकते हैं, तो सनरूफ किस काम का है. कार कंपनी गाड़ियों में क्यों सनरूफ देते हैं. 

    कार मॉडल 

    बता दें कि आज के वक्त अधिकांश लोग जरूरतों के मुताबिक कार लेते हैं. इनमें से कुछ कार कंपनी कम बजट में सनरूफ कार लेना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग सीनएजी और इलेक्ट्रीक कार लेना पसंद करते हैं.  पूरा करने के लिए कार लेते हैं. जहां कार बाजार में एक तरफ छोटे से बड़े ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने का टक्कर है, वहीं दूसरी तरफ कार डिजाइन पर कंपनियां सबसे ज्यादा फोकस कर रही हैं. यही कारण है कि कार कंपनी सनरूफ समेत अलग-अलग फीचर्स को शामिल कर रही है, जिससे उनके कारों की बिक्री में बढ़ोत्तरी हो सके.  

    सनरूफ का क्या इस्तेमाल

     सोशल मीडिया वीडियो से लेकर सड़कों तक आपने कई बार देखा होगा कि लोग अपनी सनरूफ कार से बाहर निकलकर मौसम का मजा लेते हैं. कुछ लोग सिर्फ वीडियो बनाने के लिए सनरूफ कार से बाहर निकलना पसंद करते हैं. अब सवाल ये है कि कार कंपनियां सनरूफ क्यों देती हैं. बता दें कि सनरूफ को गाड़ी में सनलाइट देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. सनरूफ ना सिर्फ कार के लुक को और बेहतर बनाता है, बल्कि मौसम अच्छा होने पर इससे कार के केबिन तक अच्छी हवा भी पहुंचती है. वहीं ठंड के मौसम में सनरूफ के जरिए सीधी धूप गाड़ी में पहुंचती है, जिससे प्राकृतिक तरीके से तापमान अनुकूल बना रहता है. 

    यातायात नियम

    बता दें कि भारत में यातायात नियमों के मुताबिक चलती गाड़ी में अगर कोई व्यक्ति सनरूफ से सिर बाहर निकलाकर सफर कर रहा है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है और उचित नियमों के तहत जुर्माना भी भरना पड़ सकता है. क्योंकि गाड़ियों में सनरूफ का इस्तेमाल मौसम, धूप और हवा के लिए है. लेकिन लोग कई बार सनरूफ का इस्तेमाल फोटो, वीडियो और सफर के दौरान करते हैं, पुलिस द्वारा इसे खतरनाक स्टंट माना जाता है, जो अपराध की श्रेणी में आता है.  

  • Breaking News: केजरीवाल की बेल याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई आज

    दिग्गज बीजेपी नेता अमित शाह के बाद चंद्रबाबू नायडू आज पीएम मोदी से मिलेंगे। आंध्र के सीएम का ये दूसरा दिल्ली दौरा है। मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल चुका है। दिल्ली में तेज धूप की वजह से गर्मी बढ़ी है। हालांकि, मौसम विभाग ने हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। पहाड़ी राज्यों सहित कई राज्यों में झमाझम बरसात के आसार जताए गए हैं। 

    मुहर्रम का जुलूस आज, कई राज्यों में सुरक्षा चाकचौबंद
    देशभर में आज मुहर्रम का जुलूस निकाला जाएगा। दिल्ली-पटना समेत कई शहरों में सुरक्षा चाक-चौबंद रखी गई है। मुहर्रम के अवसर पर कई राज्यों में सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। मुहर्रम शिया मुसलमानों के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व रखता है। भारत में 7-8 करोड़ शिया मुस्लिम समुदाय विभिन्न धर्मों के लोगों के साथ-साथ बड़े जुलूसों और ताजिया में हिस्सा लेते हैं।

    सीएम केजरीवाल को बेल या जेल? आज हाईकोर्ट में सुनवाई
    दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। उनकी जमानत याचिका पर आज दिल्‍ली हाईकोर्ट में सुनवाई है। ईडी की गिरफ्तारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सुप्रीम कोर्ट उन्‍हें पहले ही राहत प्रदान कर चुका है। अब सीबीआई से जुड़े मामले में बुधवार सुबह साढ़े दस बजे हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। मुहर्रम की छुट्टी के मद्देनजर न्‍यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा इस मामले की सुनवाई करेंगी।

  • ईवीएम मशीन को लेकर चुनाव आयोग ने चैलेंज किया स्वीकार
    एवं को चैलेंज करने वाली राजनीतिक पार्टियों के चैलेंज को चुनाव आयोग ने स्वीकार किया है | चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों के चैलेंज को शिकार करते हुए नियम बनाया था कि जो कोई भी एवं पर शक करता है वह इसकी जांच करवा सकता है | शक करने वाले राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों के लिए जो फीस तय की गई है वह प्रति मशीन 40 हजार रुपए है | चुनाव आयोग द्वारा तय किए गए नियमों को मानते हुए 543 लोकसभा प्रत्याशियों में से मात्र 11 प्रत्याशियों ने एवं को चैलेंज किया है और उसके जांच की मांग की है अब सोचने वाली बात यह है कि 543 लोकसभा सीटों के लिए हजारों प्रत्याशी मैदान में थे और हजारों प्रत्याशियों में से मात्र 11 प्रत्याशियों द्वारा एवं को चलेंगे करना या इस बात का प्रमाण है कि एवं पर संदेह करने से पहले सभी प्रत्याशियों ने खास करके हारे हुए प्रत्याशियों ने हजारों बार सोचा होगा कि हम किस आधार पर एवं को चलेंगे करें क्या प्रमाण है हमारे पास और यही सब सो कर प्रत्याशियों ने चैलेंज नहीं किया और जिन मात्र 11 प्रत्याशियों ने चैलेंज किया है अब उनके चैलेंज को भी चुनाव आयोग ने स्वीकार किया है अब इंतजार है फैसले का जो कुछ होगा शिकायत करने वाले प्रत्याशियों की मर्जी के अनुसार होगा उनकी सोच के अनुसार होगा उनके द्वारा चुनी गई मशीनों की ही जांच होगी चुनाव आयोग अपनी तरफ से किसी भी मशीन को स्वयं होकर जांच के लिए सामने नहीं लेगा अब देखना यह है कि इस जांच का रिजल्ट क्या होता है ? और यह तो तय हो चुका है कि विपक्षी पार्टियों भी इस अभियान में सामने नहीं आई है और जो लोग आए हैं वह नाम मात्र के हैं जिनकी गिनती भी मायने नहीं रखती शक करने वाले राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों की |
  • युवाओं को सिविल सेवा परीक्षा की निःशुल्क आवासीय कोचिंग  - नेतृत्व साधना केंद्र, “LEAD-36

    नेतृत्व साधना केंद्र “LEAD-36” कार्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा 17 जुलाई को

    प्रदेश के 70 प्रतिभावान युवाओं को मिलेगा सिविल सेवा की निःशुल्क आवासीय कोचिंग

    पंजीयन 15 जुलाई तक करा सकते है 

    रायपुर 14 जुलाई 2024/ नेतृत्व साधना केंद्र, “LEAD-36” कार्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा 17 जुलाई को आयोजित कर रहा है। जहाँ प्रदेश के 70 ऐसे प्रतिभावान युवाओं को जो आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े हैं उनको 2 वर्षीय CGPSC सिविल सेवा की निःशुल्क आवासीय कोचिंग उपलब्ध रहेगा। उल्लेखनीय है कि साधना केंद्र 2 वर्षीय कार्यक्रम के बेहतर स्वरूप में, सफलता के अवसरों में समानता के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। नेतृत्व साधना केंद्र विगत तीन वर्षों से 2 वर्षीय CGPSC, सिविल सेवा परीक्षा की निःशुल्क आवासीय कोचिंग उपलब्ध करा रहा है जहाँ प्रदेश के अनेक प्रतिभावान युवा प्रशिक्षण ले रहें हैं। इसी कड़ी में संस्था अपनी चतुर्थ वर्ष में प्रवेश करते हुए पुनः युवाओं का चयन करने जा रहा है।
              संस्था के सह-संस्थापक प्रणीत ने बताया कि नेतृत्व साधना केंद्र, अपने चतुर्थ वर्ष में “LEAD-36” कार्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा 17 जुलाई, बुधवार को आयोजित कर रही है। जहाँ प्रतिभागियों का चयन कर सम्पूर्ण कोचिंग एवं मेंटरिंग तथा आवासीय व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध करवाई  जायेगी। श्री प्रणीत ने बताया कि पूरा कार्यक्रम शिवआशा फाउंडेशन के आर्थिक मदद से संचालित है।कार्यक्रम की कुल अवधि 2 वर्ष होगी, अनुभवी शिक्षकों की बेहतर टीम, बेहतर संसाधनों के साथ ही  संस्था परिसर में विद्यार्थियों के लिए लाइब्रेरी और रीडिंग रूम की व्यवस्था है। योजना के लिए चयन प्रक्रिया: प्रदेश के सभी 33 जिला मुख्यालय में बनाये हुए केन्द्रों में लिखित परीक्षा देना होगा जहाँ चयन के बाद विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से साक्षात्कार देना होगा वहाँ से चुने गए अभ्यर्थीयो का पृष्ठभूमि सत्यापन के बाद अंतिम चयन किया जाएगा। 

    परीक्षा की तिथी : बुधवार, 17 जुलाई, को सुबह 10 से 12 बजे तक है, स्थान: छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिला मुख्यालय 
    सहित 4 अन्य ब्लाकों में भी होगी। जिसका पता 16 जुलाई से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते हैं। 
    टेस्ट में सम्मिलित होने या विस्तृत जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट www.netritvasadhana.org  में पंजीयन कर सकते हैं। पंजीयन की अंतिम तिथि 15 जुलाई रात्रि 11.59 बजे तक है। कक्षाएं 1 अगस्त 2024 से रायपुर स्थित परिसर में शुरू होंगी। अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए [email protected] पर मेल  कर सकते हैं एवं 74898 43337, 73899 31878. नंबरों पर काल कर सकते है। www.cg24news.in

     

  • अयोध्या में श्री राम लला के दर्शन ट्रिप में भाजपा सांसद शामिल नहीं
    अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं पूरा मंत्रिमंडल आज सुबह विशेष चार्टर प्लेन से रवाना हुआ, जिसमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव के साथ कुछ अन्य लोग भी गए हैं | यहां बताने वाली बात यह है कि रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल सहित प्रदेश के सभी भाजपा सांसदों को इसमें शामिल नहीं किया गया है | जानकार सूत्रों के अनुसार जी विशेष विमान से मुख्यमंत्री एवं मंत्रिमंडल के सदस्य अयोध्या रवाना हुए हैं वह 25 सीटर जहाज है और देखा जाए तो मुख्यमंत्री एवं सभी मंत्रियों को मिलाकर कुल 12 लोग होते हैं और यदि 10 सांसदों को इसमें शामिल किया जाता तो संख्या 22 होती 25 सीटर इस छोटे जहाज में इतनी जगह खाली होने के बावजूद सांसदों को ना ले जाने के पीछे क्या कारण है यह तो भारतीय जनता पार्टी और सांसद ही जाने परंतु सवाल तो उठाता ही है कि प्रदेश के भाजपा सांसद इस दल में क्यों नहीं जा पाए ?
  • अयोध्या दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अपने सभी मंत्रियों के साथ 14 जुलाई को होंगे रवाना
    अयोध्या में नव निर्मित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से लेकर अभी तक प्रदेश के मंत्रियों ने भगवान श्री राम के दर्शन नहीं किए थे| मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जुलाई को अपने मंत्रिमंडल के सभी सहयोगियों के साथ विशेष विमान से सुबह 9:30 बजे रवाना होंगे | अयोध्या दर्शन के लिए जाने वालों में राष्ट्रीय संगठन प्रभारी अजय जमवाल प्रदेश संगठन महामंत्री पवन सहाय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव भी जा रहे हैं यह पहला मौका होगा की प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री गण अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक साथ दर्शन करने जा रहे हो | मुख्यमंत्री एवं मंत्रिमंडल के सभी सहयोगी विशेष विमान से सुबह 9:30 बजे राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से रवाना होकर शाम 7:00 बजे तक रायपुर वापस पहुंच जाएंगे | छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार ने अयोध्या दर्शन के लिए सीनियर सिटीजन बुजुर्गों के लिए एक योजना भी चला रखी है जिसमें बुजुर्ग महिलाओं पुरुषों को शासन की तरफ से निशुल्क दर्शन करवाने का सिलसिला जारी है |
  • खुद घायल होकर पुलिस ने बचाया लोगों को
    पुलिस के अनुसार एक मानसिक रोगी द्वारा चाकू हाथ में लेकर लोगों पर हमला करने के प्रयास में राजधानी रायपुर के एम्स में मचे हड़कंप के दौरान आमानाका थाने की पुलिस द्वारा अपने परिवार की बिना मानसिक रोगी को नियंत्रित कर अस्पताल में भर्ती कराया गया | मानसिक रोगी को नियंत्रित करने के दौरान सउनि. सुरेश मिश्रा एवं आरक्षक भारतेन्दु साहू घायल हो गए उनका इलाज जारी है | दिनांक 11.07.2024 को बीरगांव उरला रायपुर निवासी भीम शाह पिता घुररू शाह उम्र 53 वर्ष अपने पुत्र ओमप्रकाश शाह उम्र 25 वर्ष जो मानसिक रोगी है, को उपचार हेतु परिवार के अन्य सदस्यों के साथ एम्स अस्पताल रायपुर में लेकर आये थे, कि उक्त मानसिक रोगी व्यक्ति उनके नियंत्रण से बाहर होकर अस्पताल परिसर क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले स्थान में जाकर अपने हाथ में चाकू लेकर लोगों को भयभीत करने लगा तथा अस्पताल परिसर में काफी उपद्रव करने लगा जिसके कारण अस्पताल में अफरा तफरी मच गया तथा लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे। जिसकी सूचना थाना आमानाका पुलिस को मिलने पर थाना आमानाका पुलिस द्वारा तत्काल एम्स अस्पताल पहुंचकर मानसिक रोगी ओमप्रकाश शाह जो कभी भी गंभीर अपराध घटित कर सकता था, कोे नियंत्रण करने लिये सउनि. सुरेश मिश्रा एवं आरक्षक भारतेन्दु साहू व अन्य पुलिस स्टाफ द्वारा अपनी जान की परवाह किये बिना घेराबंदी कर चाकू छीनने का प्रयास करने लगे कि मानसिक रोगी ओमप्रकाश शाह द्वारा अपने हाथ में रखंे चाकू से हमला कर सउनि. सुरेश मिश्रा एवं आरक्षक भारतेन्दु साहू को जख्मी कर लहुलूहान कर दिया गया, उसके बाद भी मानसिक रोगी को पकड़कर नियंत्रित किया गया। थाना आमानाका पुलिस के द्वारा मानवता का परिचय देते हुये मानसिक रोगी को पकड़कर उपचार के लिये एम्स अस्पताल रायपुर मे भर्ती कराया गया पुलिस का मानवीय चेहरा व साहस देखने को मिला, अमर नाका थाने के सिपाहियों की इस शाह स्कूल कार्य के लिए अस्पताल में इलाज कराने आए अन्य लोगों ने सराहना करते हुए कहा कि इनके साहसिक कदम के कारण हम सुरक्षित रहे | CG 24 News
  • सिक्ख युवक की पगड़ी और बाल का अपमान करने वाले सिपाहियों ने गुरुद्वारे में मत्था टेक कर सिक्ख समाज से मांगी माफी

    सिक्ख समाज ने 7 दिन तक गुरुद्वारों में संगत के झूठे बर्तन साफ करने और जूतों की सेवा करने का दिया दंड

    भविष्य में दोबारा ऐसी गलती न करने का लिया प्रण

    सिक्ख युवक की पगड़ी और बाल का अपमान करने वाले सिपाहियों ने गुरुद्वारे में मत्था टेक कर सिक्ख समाज से मांगी माफी

    पुलिस कर्मियों को माफ करने से पहले सिख समाज द्वारा ली गई थी गुप्त परीक्षा - 
    सिक्ख समाज की परीक्षा से अनजान थे सिपाही

    रायपुर -
             राजधानी रायपुर के थाना टिकरापारा के अंतर्गत आने वाले अंतर राज्यीय बस स्टैंड में विगत 8 जून को थाने के चार सिपाहियों द्वारा एक सिक्ख युवक की पगड़ी गिराकर, उसके बाल खींचकर मारपीट करने के मामले में पीड़ित महिंद्रा ट्रेवल्स के सिक्ख ड्राइवर बहादुर सिंह ने सिक्ख समाज को अपने साथ हुए धार्मिक अपमान के बारे में लिखित जानकारी देकर सहयोग की अपील की थी।


             घटना के सीसीटीवी फुटेज में टिकरापारा थाने के सिपाहियों चंद्रभान सिंह भदोरिया, सुरेंद्र सिंह सेंगर, रविंद्र सिंह राजपूत और दानेश्वर साहू द्वारा बहादुर सिंह के साथ किए गए धार्मिक अपमान को देखकर समाज ने इसकी निंदा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं गृह मंत्री को ज्ञापन सौंप कर धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के लिए चारों सिपाहियों पर धारा 295 ए के तहत जुर्म दर्ज कर कार्रवाई की मांग की थी, सिक्ख समाज की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया था परंतु इस कार्रवाई से सिख समाज संतुष्ट नहीं था। 

     

           सस्पेंड होने पर और समाज के बढ़ते आक्रोश को ध्यान में रखकर सिक्ख समाज के युवक बहादुर सिंह का धार्मिक अपमान करने वाले सिपाहियों ने गुरुद्वारा धन धन बाबा बुड्ढा जी साहिब तेलीबांधा पहुंचकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मात्था टेक कर अपनी गलती स्वीकार की और सिक्ख समाज से अपनी गलती की क्षमा मांगते हुए माफ करने की अपील की।
           बैठक में सरदार दिलेर सिंह रंधावा ने सिक्ख इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया की सिक्ख कौम में पगड़ी और अपने बालों के लिए सर कटवाने की परंपरा रही है, हमारे गुरुओं ने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया परंतु धर्म पर आंच नहीं आने दी। प्राण जाए पर धर्म न जाए का पालन आज भी सिख समाज करता है। टिकरापारा थाने के इन सिपाहियों द्वारा सिख समाज के धार्मिक अपमान से समाज आहत है, यह कार्य माफी योग्य नहीं है परंतु इन सिपाहियों द्वारा स्वयं होकर गुरुद्वारा आकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सामने अपनी गलती स्वीकार कर सिक्ख समाज के सामने बार बार माफी मांग कर माफ करने की प्रार्थना पर समाज उदार हुआ।  


    जो आवे तिस कंठ लावे - पिछले अवगुण बक्श लै, तब आगे मारग पावै
          श्री गुरु ग्रंथ साहिब में उल्लेखित इन पावन शब्दों को आधार मानकर सिक्ख समाज ने इन सिपाहियों को माफ कर अपना भविष्य सुधारने का अवसर दिया है।
           स्टेशन रोड गुरुद्वारे के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह छाबड़ा ने सिपाहियों के आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा कि समाज इन्हें पूरी तरह से माफ नहीं करेगा, समाज ने इन्हें दोबारा किसी सिक्ख का धार्मिक अपमान न करने की चेतावनी देते हुए 7 दिनों तक गुरुद्वारे में बर्तन साफ करने और जोड़ा घर में गुरुद्वारा आने वाली संगत के जूतों की सेवा करने की सजा तय की है। 


          धर्म का अपमान करने वाले सिपाहियों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सामने शीश नवा कर माथा टेक कर तथा समाज के सामने हाथ जोड़कर अपनी गलती की लिखित एवं मौखिक माफी मांगते हुए समाज द्वारा दिए गए दंड को स्वीकार कर 7 दिनों तक गुरुद्वारों में सेवा करने को अपना प्रायश्चित माना।

            महिंद्रा ट्रेवल्स के सिक्ख ड्राइवर बहादुर सिंह को अपमानित करने वाले पुलिस कर्मियों ने कहा कि वे सिक्ख गुरुओं के संदेशों - उपदेशों पर चलने का प्रयास करेंगे क्योंकि सिक्ख समाज ने उन्हें माफ कर उन्हें तथा उनके परिवार के भविष्य को सुरक्षित किया ह,ै समाज द्वारा क्षमा करने के निर्णय को हम चारों कभी नहीं भूलेंगे और यह निर्णय हमें प्रेरणा देता रहेगा कि सिक्ख समाज के लिए पगड़ी और बालों का जो महत्व है हम सारी जिंदगी उसे पूरा मान सम्मान देते रहेंगे और भविष्य में कभी भी किसी भी धर्म का अपमान नहीं करेंगे।
            थाना टिकरापारा के टी आई दुर्गेश रावटे इन सिपाहियों के साथ समाज के सामने उपस्थित हुए, उनकी गलती को स्वीकार किया और समाज को आष्वस्त किया कि वह इस बात का खास ध्यान रखेंगे कि भविष्य में किसी का भी धार्मिक अपमान ना हो, थानेदार दुर्गेश रावटे ने सिख समाज के निर्णय पर आभार व्यक्त करते हुए खुशी जाहिर की उन्होने कहा कि इस तरह का फैसला उनके लिए अप्रत्याशित था, सिख समाज की इस उदारता को मैं सदैव याद रखूंगा। 


           बहरहाल अब देखने वाली बात यह है कि गुरुघर में सीस झुका कर, माथा टेक कर माफी मांगने आए पुलिस कर्मियों को सिक्ख समाज ने सामाजिक दंड देकर माफ तो कर दिया अब पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं पुलिस कर्मचारियों को भी चाहिए कि वे भी सिक्ख समाज सहित अन्य सभी समाज के लोगों को आश्वस्त करें कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होने देंगे और ऐसा मामला संज्ञान में आने पर बिना किसी की लिखित शिकायत के संबंधित कर्मचारी एवं अधिकारी पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई करेंगे। 

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           सिक्ख समाज द्वारा पुलिस कर्मियों को दी गई माफी के दौरान गुरुद्वारा धन-धन बाबा बुड्ढा जी साहब के प्रधान सरदार हरकिशन सिंह राजपूत, सरदार दिलेर सिंह रंधावा, सरदार मनमोहन सिंह सैलानी, सरदार गुरमुख सिंह रंधावा, सरदार सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, गुरुद्वारा स्टेशन रोड के अध्यक्ष सरदार सुरेंद्र सिंह छाबड़ा, सरदार इंदरजीत सिंह, सरदार मंजीत सिंह, सरदार नवनीत सिंह, सरदार हरविंदर सिंह, सरदार देवेंदर सिंह, सरदार हरजीत सिंह, सरदार कुलवंत सिंह, सरदार करम सिंह, सरदार नरेंदर सिंह, सरदार लवली अरोरा, बाबा वीर सिंह, सरदार रजिंदर सिंह, सरदार जसवंत सिंह, सरदार पिंदर जीत सिंह, सरदार कुलविंदर सिंह, सरदार सुखध्यान सिंह, सरदार मलूक सिंह,  सरदार राजेन्द्र सिंह, चंचल सिंह, सरदार भूपिंदर सिंह, सरदार सुरिंदर सिंह सहित समाज के वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे। 

                                             

  • नारायण साकार हरि ऊर्फ सूरजपाल जैसे सभी बाबाओं की संपत्ति की जांच करे सरकार
    सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि जो अपने आप को भगवान कहता था, जो प्रलय लाने की बात करता था, जो कहता था कि उसके आश्रम के बोरिंग का पानी पीने से असाध्य रोग ठीक हो जाते हैं, बीमारियां छूमंतर हो जाती है, जो कहता था सिर्फ उसे ही मानो, उसकी फोटो की पूजा करो, उसकी दिव्य चाय पियो और सुख प्राप्त करो, सभी भगवान को मानना छोड़ दो, उसके दरबार में मोबाइल प्रतिबंध, फोटो खींचना मना, वीडियो बनाना मना क्यों ? क्या छिपा रहा था दुनिया से ? बाबा भोले के नाम से अपने आप को भगवान मनवाने वाला यह तथाकथित सूरज पाल हाथरस हादसे के बाद कहां गायब हो गया ? कहां गई उसकी शक्ति ? क्यों नहीं उसे पता चला कि ऐसा हादसा होने वाला है ? क्यों नहीं उसने हादसे को रोका ? और क्यों नहीं हादसे के बाद मृत महिला पुरुष बच्चों को जिंदा किया और क्यों नहीं अपनी शक्ति से अपने घायल भक्तों का इलाज किया ? यह तो हुई बाबा की बात, अब बात करते हैं भक्तों की | भक्तों को भी सोचना चाहिए कि कहासुनी पर विश्वास न करें, क्योंकि इस तरह के ठग बाबा अपने ही लोगों को भीड़ के बीच में, गांव में और सोशल मीडिया में भ्रम फैलाने का ठेका देते हैं कि बाबा का आशीर्वाद मिलने से मुझे धन प्राप्त हुआ, बाबा के आश्रम का पानी पीने से मेरी बीमारी ठीक हुई और बाबा की चरण रज लेने से मेरी असाध्य रोग ठीक हो गए, और बाबा लॉकेट पहनने से मुझे कारोबार में फायदा हुआ और ऐसे ठेके पर काम करने वाले ठेकेदारों द्वारा फैलाए गए ब्रह्म के जाल में लोग जब फस जाते हैं तो फिर शुरू होता है बाबा का व्यापार| गंडा, ताबीज, लॉकेट, फोटो, आरती, पुस्तक बेचने का बड़ा व्यापार VIP मुलाकात के लिए जरूरतमंद की हैसियत देखकर 50 हजार, 1 लाख, 2 लाख, 5 लाख, 10 लाख इसके अलावा फ्रेंचाइजी बांटकर आश्रम खोलने के लिए चंदा इकट्ठा करने का बड़ा व्यापार, फर्जी बाबा के बड़े-बड़े आश्रम कैसे बने पैसा कहां से आता था कौन लोग थे जो बाबा को सहयोग करते थे किन-किन राजनीतिक दलों से बाबा का संपर्क था कौन-कौन राजनेता और अधिकारी बाबा को सहयोग करते थे बाबा के बैंक खातों की पड़ताल अगर यह सब किया जाए तो बाबाओं के गोरख धंधे का बड़ा पर्दाफाश होगा और सूरजपाल ही नहीं देश में जितने भी इस तरह के फर्जी बाबा जो अपने आप को भगवान समझते हैं और लोगों से धन इकट्ठा करते हैं बड़े-बड़े आश्रम बनाकर विलासिता वाला जीवन जीते हैं उन सब के बारे में पता कर उनकी भी चल अचल संपत्ति के साथ बैंक खातों का इतिहास सरकार को निकालना चाहिए | तब कहीं जाकर लोगों को पता चलेगा कि कोई भी बाबा भगवान नहीं होता उनके पास कोई दिव्य शक्ति नहीं होती अगर होती तो वह दान के रूप में राशि ना मांगते और अपनी ही दिव्य शक्तियों से अपना राज स्थापित करते |
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