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  • *प्रदेश के निर्वाचन मे रायपुर रचने जा रहा है इतिहास : इन विधानसभा में निर्वाचन होगा महिला अधिकारियों के जिम्मे*
    *प्रदेश के निर्वाचन मे रायपुर रचने जा रहा है इतिहास* *उत्तर और पश्चिम विधानसभा में निर्वाचन होगा महिला अधिकारियों के जिम्मे* *उत्तर विधानसभा में मुख्य ऑब्जर्वर से लेकर मतदान अधिकारी होेंगी महिला* *उत्तर में कुल 1060 और पश्चिम विधानसभा में 804 महिला अधिकारी कराएंगी चुनाव, अधिक से अधिक महिला सुरक्षा बलों की भी तैनाती* रायपुर 27 अक्टूबर 2023/ मास्टर ट्रेनर ने पूछा मतदान क्रमांक-02 का क्या कार्य है। महिला प्रशिक्षणार्थियों बताया कि अमिट स्याही लगाना, पर्ची देना, रजिस्टर में हस्ताक्षर कराना। उनकेे सटीक एवं सही जवाब से मास्टर ट्रेनर संतुष्ट हुए और सराहना भी की। यह दृष्य एनआईटी में मतदान दलों का प्रशिक्षण के दौरान का था। यहां ट्रेनिंग ले रहीं महिलाएं उत्साह से लबरेज थी, क्योंकि जिले का यह विधानसभा चुनाव प्रदेश के निर्वाचन में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। यहां के दो विधानसभा महिलाओं के जिम्मे होगा। यहां टॉप से लेकर यूनिट तक निर्वाचन का कार्य महिलाओं को सौंपा जाएगा। यह विधानसभा में उत्तर और पश्चिम है। वास्तव में यह महिला सशक्तिकरण का परिदृष्य है। राज्य निर्वाचन आयोग महिला मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित और महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष बूथ संगवारी केंद्र बनाए जा रहे है। जिले के उत्तर और पश्चिम विधानसभा में सभी बूथों को संगवारी मतदान केन्द्र बनाया जा रहा हैं। उत्तर विधानसभा में 18 सेक्टर है। इसमें 01 सेक्टर में महिला अधिकारी होंगी। वहीं 265 कुल मतदान केन्द्र 1 हजार 60 महिला अधिकारियों के हवाले होगा। 265 बूथ में पीठासीन अधिकारी, मतदान क्रमांक 01,02,03 में सभी जगहों पर महिला अधिकारी-कर्मचारी को तैनात किया जाएगा। अर्थात् यहां 265 पीठासीन अधिकारी और 7 सौ 95 मतदान अधिकारी रहेंगे। सबसे प्रमुख बात यह है कि इस विधानसभा के मुख्य ऑब्जर्वर 01 महिला आई.ए.एस अधिकारी श्रीमती विमला आर. है साथ ही उनकी लाईजिनिंग ऑफिसर भी महिला है। साथ ही अधिक से अधिक महिला पुलिस बल भी तैनात किए जा रहे है। यहां पर मतदान पर्ची चेक करने से लेकर उंगली में स्याही लगाने और रजिस्टर में हस्ताक्षर के साथ वोटिंग करवाने तक महिलाएं ही नजर आएंगी। पश्चिम विधानसभा को भी पूर्ण रूप से महिला अधिकारियों के जिम्मे सौंपने की तैयारी की जा रही हैं। 15 सेक्टर और 201 मतदान केन्द्र है। यहां भी 01 सेक्टर महिला अधिकारी होंगी। साथ ही बूथों में 804 महिला अधिकारी होंगी, जिनमें 201 पीठासीन अधिकारी और 603 मतदान अधिकारी होंगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सर्वेश्वर भुरे ने बताया कि जिले के इस बार 02 विधानसभा उत्तर और पश्चिम में निर्वाचन कार्य में पूर्ण रूप से महिलाओं की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारी-कर्मचारी हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से निर्वहन करती हैं यह सराहनीय है। यह प्रयास किया जा रहा है कि उनकी ड्यूटी मतदान केन्द्र सहित जहां भी लगाई जाएगी वहां पर उनके लिए मूलभूत सुविधा मुहैया कराई जाएगी, ताकि उन्हे कोई तकलीफ ना हो। गौरतलब है कि 26 और 27 अक्टूबर को मतदान दलों का प्रशिक्षण हुआ, जिसमें निर्वाचन कार्य मे संलग्न महिला कर्मियों ने प्रशिक्षण लिया। यहां प्रशिक्षणरत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, चंगोराभाठा की शिक्षिका अनिता वर्मा, शासकीय उच्चतर. माध्यमिक विद्यालय, पंडित रविशंकर यूनिवर्सिटी परिसर की शिक्षिका छाया तिवारी और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, लालपुर की शिक्षिका सुमन पंजाबी का कहना है कि यह महिलाओं के लिए गर्व की बात है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में हमे ऐसी महती जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। हमारे पूरी टीम में अभूतपूर्व उत्साह और प्रसन्नता है। हम इस जिम्मेदारी को बहुत ही अच्छे ढंग और कुशलता पूर्वक परिणाम तक पहुंचाएंगेेे। जिले के सातों विधानसभा में संगवारी मतदान केन्द्र बनाएं जा रहें हैं जिसका विवरण इस प्रकार है- धरसींवा विधानसभा क्रमांक-47 में 10, रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्रमांक-48 में 10, रायपुर पश्चिम विधानसभा-49 में 265, रायपुर उत्तर विधानसभा क्रमांक-50 में 201, रायपुर दक्षिण विधानसभा क्रमांक-51 में 10, आरंग विधानसभा क्रमांक-52 में 10, अभनपुर विधानसभा क्रमांक-53 में 10 संगवारी मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।
  • भारत रत्न के लिए निमंत्रण आएगा क्या ? : डॉ. रमन सिंह ने ऐसा क्यों कहा ?*
    *ईडी आईटी के छापे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भाजपा पर आरोप लगाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का करारा जवाब* *कहा, कुत्ते-बिल्ली जैसे शब्दों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर स्वयं को सच्चा कांग्रेसी साबित कर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल* *छत्तीसगढ़ की जनता का आक्रोश देख मानसिक संतुलन खो बैठी है कांग्रेस: पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह* *कोई भ्रष्टाचार करेगा तो ED नहीं आएगी तो भारत रत्न के लिए निमंत्रण आएगा क्या?:पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह* रायपुर। 27/10/2023 ईडी आईटी के छापे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भाजपा पर आरोप लगाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने करारा जवाब दिया है, उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले 5 साल में भ्रष्टाचार के नए-नए कीर्तिमान स्थापित करने के बाद अब सबसे ज्यादा कोई कांग्रेसी डरा हुआ है तो वो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं, कोई भ्रष्टाचार करेगा तो ED नहीं आएगी तो भारत रत्न के लिए निमंत्रण आएगा क्या? इस भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के कई अधिकारी, कर्मचारी, कलेक्टर महीनों से जेल में बंद हैं, जमानत तक नहीं हो पा रही है तो यह तो कल ये भी कह देंगे कि न्यायालय को भी भाजपा कंट्रोल कर रही है,दरअसल प्रदेशवासियों का भारी आक्रोश और आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी हार देखकर कांग्रेस अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। ED और IT यह संवैधानिक संस्थाएं हैं यह किसी व्यक्ति विशेष या सरकार के दबाव में काम नहीं करती हैं। पिछले 5 साल में कांग्रेस सरकार ने इतने घोटाले कर दिए कि गिनना मुश्किल है, भविष्य में भूपेश बघेल सत्ता में तो नहीं आयेंगे लेकिन जब भी हिंदुस्तान के बड़े लुटेरों की चर्चा चलेगी तो उसमें जरुर भूपेश बघेल का नाम आएगा। इन्होंने 700 करोड़ के धान मिलिंग घोटाले के साथ जितने क्षेत्र छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान और विकास से जुड़े हैं उन सभी में लूट की है- • धान का कटोरा कहलाता है हमारा छत्तीसगढ़ यहाँ धान की मिलिंग में 700 करोड़ का घोटाला किया। • हमने प्रदेश के 58 लाख गरीब परिवारों 1 रूपए किलों चावल देकर प्रदेश से भुखमरी समाप्त की इन्होंने गरीबों के मुँह का निवाला छीन लिया, 600 करोड़ का पीडीएस घोटाला और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना में 5 हजार करोड़ का घोटाला किया। • ईश्वर ने हमारे छत्तीसगढ़ को संसाधनों से समृद्ध किया है यहाँ कोयले में 540 करोड़ का घोटाला किया। • प्रदेश की लाखों माताओं-बहनों को शराबबंदी का वादा करके शराब में 2 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया। • छत्तीसगढ़ के युवाओं से सीजीपीएससी में धोखा करके कांग्रेसी नेताओं और बड़े अधिकारीयों के बच्चों को नौकरी दे दिए। • हम गौ माता को पूजते हैं, इन्होंने गौठान के नाम पर 1300 करोड़ और तो और गोबर तक में 229 करोड़ का घोटाला किया और जो थोड़े बहुत गौठान बनाये उनमें गायें व्यवस्था के आभाव में मरती रहीं। इन सब काले कारनामों के बाद भी इस तरह कुत्ते, बिल्ली जैसे शब्दों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करना शायद आज के समय में स्वयं को सच्चा कांग्रेसी साबित करना है और मुझे लगता है कि शायद यही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कर रहे हैं। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ED और IT का डर है तो वे भ्रष्टाचार बंद करें, आये दिन एक नया घोटाला सामने आ जाता है तो ED और जाँच एजेंसी हाथ पर हाथ रखकर थोड़ी बैठेगी, देश आज भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की दिशा में आगे बढ़ रहा है और घोटालेबाजों पर कार्रवाई जारी है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 5 साल तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ का भरोसा तोड़ा अब उनके घोषणापत्र या खोखले वादों पर जनता क्यों विश्वास करे? जिनका पिछला घोषणापत्र ही अधूरा पड़ा है उनपर दोबारा विश्वास करने की भूल छत्तीसगढ़ की जनता नहीं करेगी।
  • *दीपावली, छठ पूजा, गुरु पर्व तथा नया वर्ष/क्रिसमस के लिए उच्चतम न्यायालय तथा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश*
    *राज्य में हरित पटाखों का ही होगा विक्रय एवं उपयोग, दीवाली में 2 घंटे ही फोड़ सकेंगे पटाखे* *दीपावली, छठ पूजा, गुरु पर्व तथा नया वर्ष/क्रिसमस के लिए उच्चतम न्यायालय तथा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश* *रायपुर, बिलासपुर, भिलाई-दुर्ग, रायगढ़ तथा कोरबा के नगरीय क्षेत्रों में 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक की अवधि में पटाखों का जलाना होगा प्रतिबंधित* रायपुर, 26 अक्टूबर, 2023। राज्य में केवल हरित पटाखों का उपयोग एवं विक्रय ही हो सकेगा। साथ ही दीपावली, छठ, गुरू पर्व, नया वर्ष/ क्रिसमस के अवसर पर पटाखों को फोड़ने के लिए दो घंटे की अवधि निर्धारित की गई है। उच्चतम न्यायालय तथा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मार्गदर्शिका के मुताबिक पटाखों के उपयोग के संबंध में निर्देशों का कड़ाई से पालन करने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया है। दीपावली, छठ पूजा, गुरु पर्व, नया वर्ष/क्रिसमस के मौके पर दो घंटे की अवधि पटाखे फोड़ने के लिए निर्धारित की गई है। दीपावली के लिए रात्रि 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक, छठ पूजा के लिए सुबह छह बजे से सुबह 8 बजे तक, गुरु पर्व के लिए रात 8 बजे से रात 10 बजे तक समय निर्धारित किया गया है। क्रिसमस/नया वर्ष के लिए रात्रि 11 बजकर 55 मिनट से रात्रि 12 बजकर 30 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। शीत ऋतु में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए वायु( प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) अधिनियम 1981 की धारा 19 की उपधारा 5 के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार द्वारा रायपुर, बिलासपुर, भिलाई-दुर्ग, रायगढ़ एवं कोरबा के नगरीय क्षेत्रों में 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक की अवधि में पटाखों का जलाया जाना प्रतिबंधित किया गया है। उच्चतम न्यायालय द्वारा 23 नवंबर 2018 को पारित आदेश के मुताबिक पटाखों के उपयोग के संबंध में कुछ अन्य निर्देश भी दिये गये हैं। इनमें कम प्रदूषण उत्पन्न करने वाले इम्प्रूव्ड एवं हरित पटाखों की बिक्री केवल लाइसेंस्ड ट्रेडर द्वारा किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही केवल उन्हीं पटाखों को उपयोग के लिए बाजार में बेचा जा सकेगा जिनसे उत्पन्न ध्वनि का स्तर निर्धारित सीमा के भीतर हो। सीरीज पटाखे अथवा लड़ियों की बिक्री, उपयोग एवं निर्माण प्रतिबंधित किया गया है। पटाखों के ऐसे निर्माताओं का लाइसेंस भी रद्द करने के निर्देश दिये गये हैं जिनके द्वारा पटाखों में लीथियम, आर्सेनिक, एन्टिमनी, लेड एवं मर्करी का उपयोग किया गया है। आनलाइन अर्थात ई-व्यापारिक वेबसाइटों जैसे फ्लिपकार्ट, अमेजान आदि से पटाखों की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। उक्त निर्देशों के कड़ाई से पालन के निर्देश जिला प्रशासन को दिये गये हैं।
  • शासन की योजनाओं का लाभ लेने हर कोई बन जाएगा किसान
    प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज चुनावी घोषणा के तहत किसानों के फिर एक बार कर्ज माफ करने की बात कही है | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से घोषणा की है कि फिर से हमारी सरकार बनाओ किसानों के इस बार भी कर्ज माफ किए जाएंगे | 5 साल पहले किसानों के कर्ज माफ करने वाली कांग्रेस सरकार 5 साल बाद यदि फिर एक बार चुनाव जीतने के लिए कर्ज माफी की घोषणा कर रही है तो यह सही नहीं है | एक तरफ तो किसने की उपज समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही है वहीं दूसरी तरफ उनके कर्ज माफ किया जा रहे हैं तीसरी तरफ केंद्र सरकार हर किसान को प्रति एकड़ 9 हजार रुपए दे रही है | प्रदेश सरकार द्वारा भी किसानों को कई तरह की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है अगर यही सब जारी रहा तो आप मान लीजिए भविष्य में हर व्यक्ति किसान बन जाएगा चाहे वह नकली ही किस क्यों ना हो | जिस तरह गरीबी रेखा के नाम पर हिंदुस्तान में 80 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे की योजनाओं का लाभ ले रहे हैं | जबकि इन्हीं गरीबी रेखा के नीचे की सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाले अधिकांश लोगों के पास अपने पक्के मकान फ्री टीवी पंखा मोटरसाइकिल के साथ-साथ अनेक लोगों के पास वह सब कुछ है जो एक अमीर आदमी के पास होता है | और यह सब कुछ क्यों हो रहा है क्योंकि गरीबी रेखा अर्थात बीपीएल कार्ड धारी लोगों को शासन की अनेक योजनाओं का लाभ अत्यधिक मात्रा में मिलता है जबकि मिडिल क्लास टैक्स पटाने के बावजूद भी इन सुविधाओं से वंचित रहता है | यही कारण है कि लोग गरीब ना होते हुए भी गरीबी रेखा का कार्ड बनवाने अपने आप को गरीब बताने से भी नहीं हिचकते | गरीबी रेखा की योजनाओं का जिस तरह संपन्न लोग भी लाभ उठाते हैं ठीक उसी तरह प्रदेश एवं केंद्र सरकार द्वारा वोट की राजनीति की खातिर किसानों के कर्ज माफी समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी प्रति एकड़ हर किसान को प्रदेश एवं केंद्र सरकार द्वारा राशि के भुगतान की घोषणा साधन संपन्न लोगों को किसान बनने पर मजबूर करेगी | किसान ना होते हुए भी अपने आप को किसान दिखाकर केंद्र एवं प्रदेश सरकार के लुभाने ऑफर का लाभ लेने के लिए जो कुछ होगा वह सही नहीं होगा |
  • साइबर ठगों से लोगों को बचाने पुलिस का अनोखा अभियान
    *साइबर जागरूकता ही एकमात्र उपाय है जो साइबर रूपी रावण को खत्म कर सकता है* साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखकर रायपुर पुलिस ने अनोखा जन जागरूकता अभियान चलाया है, दशहरे के अवसर पर रावण के विशालकाय पुतले को साइबर रावण का प्रतीक बनाकर यह जानकारी देने का प्रयास किया जा रहा है कि जन सामान्य की अज्ञानता और लापरवाही ही रावण रूपी साइबर क्राइम की ताकत है| यातायात विभाग के वाहन पर बनाए गए रावण के विशाल पुतले के माध्यम से रायपुर पुलिस द्वारा यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि साइबर जागरूकता ही एकमात्र उपाय है जो साइबर रावण को खत्म कर सकता है | शासन प्रशासन के साथ साथ पुलिस, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, अखबारों द्वारा हर तरह से लोगों को सचेत करने के बावजूद पढ़े-लिखे लोग भी इन साइबर अपराधियों के झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई क्यों गवा रहे हैं ? समझ से परे है| रायपुर पुलिस और CG 24 News की अपील है कि किसी भी लिंक, फोन कॉल, मैसेज, फेसबुक अपील या सस्ते दामों के लालच में खरीदी बिक्री ऑनलाइन ना करें साथ ही विशेष ध्यान रखें कि किसी भी अनजान व्यक्ति या महिला के किसी भी काल पर उन्हें अपना ओटीपी कभी भी शेयर ना करें| यहां यह भी ध्यान रखें की कोई भी बैंक अपने किसी भी उपभोक्ता से फोन पर कोई जानकारी नहीं मांगता और ना ही कभी ऑनलाइन अपडेट करने कहता है इसलिए कोई भी अपडेट स्वयं बैंक जाकर करें कोई फोन या मैसेज आने पर या ठगी का शिकार होने पर साइबर पुलिस के साथ बैंक को तुरंत सूचित करें | CG 24 News
  • क्यों था रावण को मारना असंभव ऐसा क्या था रावण के पास जो उसे सर्वशक्तिशाली बनाता था।

    रावण एक सिद्ध ब्राह्मण था और परम तपस्वी. उसने अपनी तपस्या से कई वरदान प्राप्त किए थे। हालांकि रावण अमर तो नहीं था,लेकिन उसे मारना भी असंभव था. इसका कारण था अमृत कलश। रावण ने अमृत कलश अपनी नाभि में छिपा कर रखा था।

    रावण ने कैसे प्राप्त किया अमृत कलश

    पुराणों के अनुसार रावण अमृत कलश प्राप्त करने के लिए अपने भाईयों कुंभकर्ण और विभीषण के साथ गोकुंड नाम के आश्रम में तपस्या के लिए गया था। उसने ब्रह्मदेव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया था। उसके लिए उसने दस हजार वर्षों तक तपस्या की थी। वह एक हजार वर्ष पूरा होने के बाद अपना एक सिर हवन कुंड में अर्पित कर देता था। इस प्रकार नौ हजार वर्ष पूर्ण होने के बाद वह अपने नौ सिरों को हवन कुंड में चढ़ा चुका था। जब दस हजार वर्ष पूर्ण होने वाले थे तो रावण अपना दसवां सिर भी हवन कुंड में चढ़ाने लगा,लेकिन उसी समय ब्रह्मा जी  प्रकट हो गए और रावण की तपस्या से प्रसन्न होकर वर मांगने को कहा ।
    रावण ने मांगा अमृत्व का वरदान
    रावण ने ब्रह्म देव से अमृत्व का वरदान मांगा। ब्रह्मा जी ने रावण से कहा कि ऐसा संभव नही है, जो भी इस पृथ्वी पर आया है उसे तो जाना ही पड़ेगा। तब रावण ने यह वर मांगा की मनुष्य जाति को छोड़कर और कोई भी उसका वध न कर सके। ब्रह्मा जी ने रावण को वरदान देते हुए उसके कटे हुए नौ सिर भी वापस कर दिए। ये वरदान ऐसा ही बना रहे इसीलिए ब्रह्मा जी ने रावण की नाभि में अमृत कुंड  स्थापित कर दिया। अब रावण की मृत्यु तभी संभव थी जब उस कलश का अमृत सूख जाता।
    श्रीराम ने ऐसे किया रावण का वध 
    जब प्रभु श्रीराम और रावण के बीच युद्ध हो रहा था तब उसे मारने में बहुत समस्या हो रही थी। तभी विभीषण ने श्रीराम को संकेत दिया कि वह रावण कि नाभि में तीर मारें क्यूंकि वहां रावण ने अमृत कलश छिपा रखा है। इतना कहते ही श्रीराम ने तीर चला दिया और रावण मारा गया।
  • बंगाली समाज के लोग कैसे मनाते हैं दुर्गा पूजा? जानें दुर्गोत्सव के अनुष्ठान और प्रथाओं के बारे में

    दुर्गा पूजा (Durga Puja) को दुर्गोत्सव, या शारोदोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। भारतीय हिंदू हर साल हिंदू देवी दुर्गा (मां दुर्गा) के सम्मान में मनाया जाता है। मुख्य रूप से बंगाली कल्चर के लोग दुर्गा पूजा को काफी धूमधाम से मनाते हैं लेकिन धीरे-धीरे इस त्योहार को पूरे भारत के लोग सेलेब्रेट करने लगे हैं।

     

    दुर्गा पूजा (Durga Puja) को दुर्गोत्सव, या शारोदोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। भारतीय हिंदू हर साल हिंदू देवी दुर्गा (मां दुर्गा) के सम्मान में मनाया जाता है। मुख्य रूप से बंगाली कल्चर के लोग दुर्गा पूजा को काफी धूमधाम (Durga Puja Celebration) से मनाते हैं लेकिन धीरे-धीरे इस त्योहार को पूरे भारत के लोग सेलेब्रेट करने लगे हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मुंबई में बंगालियों की संख्या काफी ज्यादा है इस लिए इन शहरों में भी मां दुर्गा की पूजा के लिए पंडाल सजाया जाता है जहां कोने-कोने से लोग आते हैं। 

    बंगाली घर में दुर्गा पूजा कैसे मनाई जाती है

    विषेश रूप से दुर्गा पूजा भारतीय राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, त्रिपुरा और बांग्लादेश देश में लोकप्रिय और पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। त्योहार अश्विन के भारतीय कैलेंडर महीने में मनाया जाता है, इस त्यौहार की धूम दस दिन तक होती है। दुर्गा मां के पंडाल में 10 दिनों कर भव्य रूप से मां की आरती करके उन्हें खुश करने की कोशिश की जाती है।

     

    10 दिनों की दुर्गा पूजा में आखिरी पांच दिनों का है खास महत्व

    दुर्गा पूजा (Durgotsava) का त्योहार बंगालियों के लिए 10 दिनों के लिए होता है जिसमें घर के मंदिर के साथ साथ सार्वजनिक रूप से पंडाल बना कर मां दुर्गा की आराधना की जाती है। दुर्गा मां के पंडाल में एक अस्थायी मंच तैयार किया जाता है, जिसे बहुत ही खूबसूरत और अनौखी चीजों से सजाया जाता है। 10 दिनों के त्योहार को धर्मग्रंथों के पाठ, प्रदर्शन कला, रहस्योद्घाटन, उपहार देने, परिवार के दौरे, दावत और सार्वजनिक जुलूसों द्वारा भी मनाया जाता है। दुर्गा पूजा हिंदू धर्म की शक्तिवाद परंपरा में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। 

  • चुनावी विश्लेषण - रायपुर उत्तर विधानसभा
    भारतीय जनता पार्टी ने रायपुर उत्तर में पुरंदर मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है हम आपको बता दें कि पुरंदर मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के कभी संपर्क में नहीं रहे, उन्होंने कभी भी राजनीतिक गतिविधियों में भाग नहीं लिया और ना ही कभी पार्टी के कार्यक्रमों में उपस्थित रहे हैं और ऐसे में उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है जिससे भारतीय जनता पार्टी के निस्वार्थ कार्यकर्ता ऊहापोह की स्थिति में है | रायपुर उत्तर विधानसभा में पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी के अलावा राजीव अग्रवाल, संजय श्रीवास्तव, केदार गुप्ता भी आस लगाए बैठे थे परंतु बरसों से सक्रिय कार्यकर्ताओं की अवहेलना कर पार्टी ने पुरंदर मिश्रा को भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाकर रायपुर उत्तर विधानसभा सीट पर जोखिम माल ले लिया है | टिकट की चाह रखने वाले बरसों से सक्रिय पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता पुरंदर मिश्रा को जिताने के प्रति कितने निष्ठावान साबित होंगे कहां नहीं जा सकता | राजधानी रायपुर के एक बड़े विशाल मंदिर के संचालक पुरंदर मिश्रा के बारे में उत्कल समाज के लोगों का कहना है कि उन्होंने कभी भी उत्कल समाज के लोगों के साथ कोई संपर्क नहीं रखा, कभी किसी तरह की कोई मीटिंग नहीं की और ना ही मंदिर की गतिविधियों में विशेष रूप से आमंत्रित किया | उत्कल समाज के लोगों का कहना है कि मंदिर आस्था का केंद्र है और हम जगन्नाथ मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना करने जाते हैं रहे हैं और जाते रहेंगे| यहां यह भी बताना आवश्यक है कि भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा को अधिकांश उत्कल समाज के लोग प्रत्यक्ष नहीं जानते, मंदिर के कार्यक्रमों में भीड़ होना यह प्रमाणित नहीं करता की पुरंदर मिश्रा की उत्कल समाज में अच्छी पकड़ है | अब देखने वाली बात यह है की रायपुर उत्तर विधानसभा जो पहले से ही भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में नहीं था वहां से पुरंदर मिश्रा अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए भारतीय जनता पार्टी की झोली में विधानसभा सीट डाल पाते हैं या नहीं?
  • *कांग्रेस के 75 पार के नारे पर तमतमाए भाजपा के राष्ट्रीय चुनाव मीडिया प्रमुख*

    *कांग्रेस के 75 पार के नारे पर तमतमाए भाजपा के राष्ट्रीय चुनाव मीडिया प्रमुख* *80 पार का नारा लगाते तो ज्यादा अच्छा होता - सिद्धार्थ नाथ सिंह* भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय चुनाव मीडिया प्रमुख सिद्धार्थ नाथ सिंह से जब पूछा गया कि प्रदेश में कांग्रेस 75 पार का नारा लगा रही है भाजपा का क्या माहौल मानते हैं आप ?

    सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सवाल के जवाब में कहा कि मैं तो दंग हो गया 80 पार का नारा नहीं लगाया उन्होंने 80 पार का नारा लगा देते तो ज्यादा अच्छा होता, कांग्रेस के पास हिम्मत नहीं थी कि 71 पर भरोसा कर दो और भरोसा यात्रा निकाल दी, 71 पर भरोसा अगर करते तो पहले ही डिक्लेयर कर देते, जो 71 पर भरोसा नहीं करता वह 75 पार का नारा लगा रहा है |

  • पांच राज्यों में आचार संहिता लागू || आचार संहिता के बाद क्या होगा चुनावी राज्यों में नियम
    *आचार संहिता लागू होते ही बदल जाएंगे नियम, 72 घंटों में जिला प्रशासन हटा देगा प्रचार सामग्री, उल्लंघन हो तो एप पर कर पाएंगे शिकायत* दिल्ली : विधानसभा चुनावो की आचार संहिता लागू होने के साथ ही 24, 48 और 72 घंटों में किए जाने वाले कार्यों को लेकर छत्तीसगढ़ जिला प्रशासन एवं जिला निर्वाचन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। साफ तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि आदर्श आचार संहिता की पालना हर स्तर पर सुनिश्चित की जा सके। वहीं आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर भी चुनाव आयोग की ओर से एप जारी किया गया है जहां किसी भी प्रकार के उल्लंघन पर आम नागरिक शिकायत दर्ज कर सकते हैं | *जानिए क्या होगा बदलाव* *24 घंटों में:* जिले के सभी रिटर्निंग अधिकारी और विभागीय अधिकारी आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 24 घंटे के भीतर सभी विभागीय कार्यालयों व वेबसाइट पर प्रदर्शित जनप्रतिनिधियों के फोटो, बैनर, पोस्टर, होर्डिंग हटाएंगे। इसकी जानकारी से भी जिला निर्वाचन कार्यालय को अवगत कराएंगे। *48 घंटों में:* जिले में 48 घंटों के भीतर सभी सार्वजनिक स्थलों जैसे- बस स्टैण्ड, चिकित्सालय, रेलवे स्टेशन, सड़कों के किनारे लगे राजनीतिक होर्डिग्स, बैनर हटवाकर सूचना डीएम को भेजेंगे। *72 घंटों में:* इसके बाद 72 घंटों के अंदर-अंदर निजी भवनों पर लगे पोस्टर-बैनर हटवाने का काम शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे जिले में किया जाएगा। इन सबके वितरण पर होगी रोक चुनाव घोषणा के साथ ही जनप्रतिनिधियों की फोटो लगे पैकेट जैसे अन्न पूर्णा फूड पैकेट, स्कूलों में मिल्क पाउडर का वितरण नहीं किया जा सकेगा। साथ ही आचार संहिता लागू होने के बाद कोई भी नया विकास कार्य शुरू नहीं किए जाने की हिदायत दी गई है। जिले के उप जिला निर्वाचन अधिकारी और एडीएम प्रशासन निर्वाचन विभाग की गाइडलाइन की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश पहले ही दे दिए हैं। CG 24 News *उल्लंघन की यहां करें शिकायत* निर्वाचन आयोग की ओर से लांच किए गए सी-विजिल एप के जरिए आप आचार संहिता उल्लंघन की लाइव जानकारी वीडियो के जरिए दे सकते हैं। चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष व पारदर्शी बनाए रखने और आचार संहिता के उल्लंघन को रोकने के लिए यह एप जारी किया गया है। कोई भी नागरिक आचार संहिता के उल्लंघन की लाइव शिकायत एप पर कर सकेगा। निर्वाचन से जुड़ी टीम को 100 मिनट के अंदर-अंदर उस शिकायत पर एक्शन लेना अनिवार्य है। CG 24 News
  • टीवी चैनलों पर अश्लील एवं प्रतिबंधित विज्ञापनों के सवाल पर कन्नी काट गए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर
    केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर राजधानी रायपुर में मीडिया संवाद कार्यक्रम में पहुंचे, मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ केंद्र सरकार की योजनाओं, धान खरीदी, आवास योजना के मकान शौचालय सहित अन्य मामलों में नागरिकों को दी गई उपलब्धियां की जानकारी साझा की | उन्होंने प्रदेश की भूपेश सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार घोटाला एवं वादा खिलाफी की बातें कहीं, इस दौरान केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने टीवी चैनलों पर अश्लील एवं प्रतिबंधित विज्ञापनों के बारे में पूछे गए सवाल को टाल दिया, जब उनसे पूछा गया कि टीवी चैनलों पर अश्लील एवं प्रतिबंधित विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं उस पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही ? उन्हें प्रतिबंधित क्यों नहीं किया जा रहा ? तो उन्होंने इसे टीवी चैनलों का मामला कहकर पल्ला झाड़ लिया | अब सवाल यह उठता है कि अपने राजनीतिक दौरे पर आए, अपनी पार्टी के प्रचार प्रसार की बातें करने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर प्रदेश की भूपेश सरकार पर आरोप लगाने के साथ-साथ प्रदेश की भूपेश सरकार के घोटाले पर ऐप लॉन्च कर अपनी जीत सुनिश्चित करने की कोशिश के दौरान विभाग के मंत्री के नाते अपनी जिम्मेदारी अपने अधिकारियों की जिम्मेदारी को टाल गए क्यों ? टीवी चैनल पर अश्लील विज्ञापन परिवार को हर कमरे में अलग-अलग टीवी रखने को मजबूर कर रहे हैं, पूरा परिवार एक जगह एक साथ न्यूज़, मनोरंजन टीवी सीरियल, धार्मिक प्रवचन के साथ-साथ एंटरटेनमेंट चैनल नहीं देख पा रहा है | बड़ी-बड़ी बातें करने वाले, सनातन की बातें करने वाले कोई एक्शन लेने को पीछे हट रहे हैं क्यों ?
  • *मुख्य सचिव ने ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर त्वरित कार्यवाही करने के दिये निर्देश*
    *ध्वनि प्रदूषण की हो प्रभावी रोकथाम* *मुख्य सचिव ने ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर त्वरित कार्यवाही करने के दिये निर्देश* रायपुर, 04 अक्टूबर 2023/मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ द्वारा जनहित में ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम संबंध में पारित आदेश के पालन में अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक ली। बैठक में अधिकारियों को ध्वनि प्रदूषण के रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये। बैठक में वाहनों में तेज आवाज में बजाने वाले डीजेस और एम्पलीफायरर्स पर त्वरित आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। मुख्य सचिव ने कहा है कि ध्वनि प्रदूषण अधिनियम का उलंघ्घन करने वालों पर सक्त कार्यवाही की जायें। मुख्य सचिव ने राज्य के सभी कमिश्नरों, आई.जी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को जनहित में ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर नियमानुसार त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। मुख्य सचिव ने ध्वनि प्रदूषण के प्रभावी रोकथाम के लिए सभी जिलों में लगातार मॉनिटरिंग के निर्देश अधिकारियों को दिये । बैठक में डी.जीे.पी अशोक जुनेजा मौजूद थे। ध्वनि प्रदूषण के रोकथाम के लिए रात्रि 10 बजे के बाद से सुबह 6 बजे तक डीजे बजाना पूर्णतः प्रतिबंधित हो यह सुनिश्चित होना चाहिए। ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों और ध्वनि विस्तारक यंत्रों को जब्त किया जाये इस संबंध में सभी जिलों में पुलिस, राजस्व और पर्यावरण विभाग की टीम गठित कर ध्वनि प्रदूषण को रोकने समन्वय से कार्यवाही की जाये। उन्होंने स्कूलों, कॉलेजो और अस्पतालों के आस-पास ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। वीडियों कॉन्फ्रेंस से आयोजित इस बैठक में गृह विभाग के सचिव श्री अरूण देव गौतम, नगरीय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव श्री अयाज तम्बोली, आवास एवं पर्यावरण के विशेष सचिव श्री महादेव कावरे और छत्तीसगढ़ पर्यावरण मंडल, विधि और विधायी विभाग के अधिकारी सहित सभी सभागायुक्त पुलिस महानिरीक्षक कलेक्टर और पुलिस अधिक्षक शामिल हुये। CG 24 News - Singhotra